देश में मछली पालन को बढ़ावा देने और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा नई तकनीकों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस क्रम में मछली पालन विभाग ने किसानों और घरों में सजावटी एवं रंगीन मछलियों के पालन करने वालों के लिए सभी जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से “रंगीन मछली” मोबाइल एप की शुरुआत की है।
रंगीन और सजावटी मछली पालन
इस एप पर एक्वैरियम का शौक रखने वाले दुकान मालिकों और मत्स्य पालकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी और महत्वपूर्ण संसाधन उपलब्ध कराये जाएँगे।
इस एप को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के सहयोग से आईसीएआर- सीआईएफए (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- केंद्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसंधान संस्थान) ने विकसित किया है।
रंगीन मछली एप की विशेषताएँ
इस एप पर 8 भाषाओं में रंगीन और सजावटी मछली प्रजातियों के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
चाहे शौकिया लोग मछली की देखभाल के बारे में मार्गदर्शन चाहते हों या किसान अपनी नस्लों में विविधता लाना चाहते हों, यह एप देखभाल, ब्रीडिंग और रखरखाव के बारे में सभी जानकारी उपलब्ध कराती है।
एप की एक खास विशेषता “फाइंड एक्वेरियम शॉप्स” ऑप्शन है, जिस पर उपयोगकर्ता अपने आस-पास के एक्वेरियम स्टोर के बारे में जान सकते हैं।
एप में सजावटी मछली उद्योग में नए लोगों और पेशेवरों दोनों के लिए एजुकेशन मॉड्यूल शामिल हैं।
“एक्वेरियम केयर की मूल बातें” मॉड्यूल में एक्वेरियम के प्रकार, मछलियाँ, जल निस्पंदन, प्रकाश व्यवस्था, भोजन, दिन-प्रतिदिन के रखरखाव जैसे आवश्यक विषयों को शामिल किया गया है, जबकि “सजावटी जलीय कृषि” मॉड्यूल विभिन्न सजावटी मछलियों की ब्रीडिंग, पालन के बारे में बताया गया है।
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इस तरह करें रंगीन मछली एप का उपयोग
- सबसे पहले https://play.google.com/store/apps/details?id=com.ornamentalfish लिंक पर जाकर एप डाउनलोड करें।
- अपना व्यक्तिगत विवरण जैसे ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता भरकर नया खाता बनाएँ। लॉग इन के लिए अपना पासवर्ड भी बनाएँ।
- फिर अपनी पसंद की भाषा चुनें।
- अब आप अपनी चुनी गई भाषा में सभी जानकारी देख सकते हैं।
सजावटी मछली पालन के लिए सरकार की योजनाएँ
- घर पर सजावटी मछली पालन इकाई (समुद्री और मीठे पानी दोनों, इकाई लागत 3.0 लाख रुपये)।
- मध्यम स्तर की सजावटी मछली पालन इकाई (समुद्री और मीठे पानी की मछली, जिसकी इकाई लागत 8.0 लाख रुपये है)
- एकीकृत सजावटी मछली इकाई (मीठे पानी की मछलियों की ब्रीडिंग और पालन) जिसकी इकाई लागत 25.0 लाख रुपये है।
- एकीकृत सजावटी मछली इकाई (समुद्री मछली की ब्रीडिंग और पालन) जिसकी इकाई लागत 30.0 लाख रुपये है।
सजावटी मछलियों की किस्में
भारत में सजावटी मछलियों की समृद्ध विविधता है, जिसमें पूर्वोत्तर क्षेत्र और पश्चिमी घाटों से 195 से अधिक देशी किस्में और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्रों से लगभग 400 प्रजातियाँ शामिल हैं।
भारत से निर्यात की जाने वाली अधिकांश सजावटी मछलियाँ जंगली किस्में हैं, जिन्हें मुख्य रूप से पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों की नदियों से एकत्र किया जाता है, जो देश के कुल सजावटी मछली निर्यात का लगभग 85% योगदान देती हैं। पूर्वोत्तर से रिपोर्ट की गई 195 प्रजातियों में से 155 सजावटी मूल्य की हैं।
भारत में सजावटी मछली के लगभग 90% व्यापार में मीठे पानी की प्रजातियाँ शामिल हैं, जबकि शेष 10% में समुद्री प्रजातियाँ शामिल हैं।
भारत में अधिकांश सजावटी मछली प्रजनक मुख्य रूप से विदेशी प्रजातियों को वरीयता देते हैं।
शौकिया लोगों के बीच गोल्डफ़िश सबसे ज्यादा लोकप्रिय प्रजाति है, जिसके कारण भारतीय सजावटी मछली क्षेत्र में इसकी नस्ल काफी होती है।
आम जीवित प्रजातियों के अलावा, प्रजनक ऑस्कर, फ्लावर हॉर्न, टेट्रास, डिस्कस और सिक्लिड्स जैसी विशेष प्रजातियों पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं।
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