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सौर ऊर्जा की ओर किसानों के बढ़ते कदम

सौर ऊर्जा

 

बिजली की लगातार बढ़ती दरें और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कटौती, सिंचाई के लिए निर्धारित अवधि में बिजली के वितरण की समस्या को देखते हुए किसानों का रुझान सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप की ओर बढ़ता ही जा रहा है।

सौर ऊर्जा से संचालित वाटर पंप के लिए सरकारी योजना में किसानों को अनुदान भी मिलता है ,लेकिन प्रतीक्षा सूची लम्बी होने से किसान अब निजी क्षेत्र की सौर ऊर्जा कंपनियों की ओर रुख करने लगे हैं।

हालाँकि निजी क्षेत्र में कीमतें थोड़ी ज़्यादा रहती हैं, लेकिन तत्परता से सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाने से किसानों को इसका लाभ तुरंत मिलने लगता है।

 

सौर ऊर्जा के वाटर पंप

इस संबंध में गुरुकृपा सोलर इंटरप्राइजेस खरगोन के श्री पवन कुशवाह ने कृषक जगत को बताया कि गांवों में बिजली की कटौती और निर्धारित समय में भी बिजली की आवाजाही से सिंचाई व्यवस्था प्रभावित होने से किसान सौर ऊर्जा के वाटर पंप लगवा रहे हैं।

सरकारी योजना में किसानों को अनुदान भी मिलता है, लेकिन वहां की प्रतीक्षा सूची बहुत लम्बी होने से किसान हमसे लगवाते हैं।

हमारा विश्वसनीय कंपनियों का 3 एचपी का पंप 1 लाख 40 हज़ार और 5 एचपी का 2 लाख 30 हज़ार में पड़ता है।

परिवहन खर्च अलग से देना पड़ता है। हमारे द्वारा पैनल की 25 साल की और कंट्रोलर पंप की दो साल की वारंटी दी जाती है।

आर्डर मिलने के एक सप्ताह में सौर ऊर्जा वाटर पंप स्थापित कर दिया जाता है।

 

सौर ऊर्जा वाटर पंप लगाए गए

श्री कुशवाह ने बताया कि पिछले एक साल में खरगोन जिले में कई सौर ऊर्जा वाटर पंप लगाए गए हैं।

प्रस्तुत वीडियो गत वर्ष कसरावद में श्री संकेत गुजराती के खेत में लगाए 3 एचपी के सौर ऊर्जा वाटर पंप का है, जो बारिश में भी बढ़िया कार्य कर रहा है, हालाँकि धूप की कमी से पानी का दबाव ज़रूर कम हुआ है।

 

देखें पूरा विडियो