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काफी कमाई देने वाला सेक्टर है डेयरी

 

अगर आप भी डेयरी सेक्टर में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपके पास कई ऑप्शन हैं.

 

आप इनमें से कोई ना कोई ऑप्शन अपनाकर आसानी से बिजनेस कर सकते हैं.

 

अक्सर आपने सुना होगा कि डेयरी सेक्टर में अच्छी कमाई है और ये बात सभी भी है. इस सेक्टर में अच्छी कमाई है, लेकिन आपको इसमें काफी मेहनत करनी होती है.

अगर आप मेहनत करने के लिए तैयार हैं तो आप आसानी से डेयरी सेक्टर में पैसे निवेश कर सकते हैं और आपको अच्छा मुनाफा मिलना शुरू हो जाएगा. खास बात ये है कि इस सेक्टर में बिजनेस शुरू करने के लिए आपको सरकार भी काफी मदद करती है, ऐसे में आपको ज्यादा निवेश भी नहीं करना पड़ेगा.

 

दूध प्रोडक्ट का बिजनेस

इस बिजनेस में आपको गाय या भैंस की आवश्यकता होती है. इसमें मेन काम मिल्क प्रोडक्शन का होता है. अगर सीधी भाषा में समझें तो आपको गाय भैंस खरीदकर दूध बेचने का काम शुरू करना पड़ता है.

आप इससे आप सिर्फ दूध भी बेच सकते है और इसके अलावा दूध प्रोडक्ट भी बेच सकते हैं. अगर आप इस बिजनेस में उन्नत तरीकों को इस्तेमाल करते हैं तो आप आसानी से अच्छी कमाई कर सकते हैं.

खास बात ये है कि इसके लिए आपको एक जगह लेनी होगी और साथ में काम करने के लिए आदमियों की आवश्यकता भी होती है.

 

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दूध कलेक्शन सेंटर

कलेक्शन सेंटर का काम होता है कि वह हर गांव से दूध इकट्ठा करते हैं और फिर इसे प्लांट तक भेजते हैं. कई कलेक्शन सेंटर खुद पशुपालकों से दूध कलेक्ट करते हैं, जबकि कई जगह लोग खुद कलेक्शन सेंटर पर दूध देने आते हैं.

ऐसे में आप गांव वालों से दूध खरीदते हैं और उसे शहरों में बेच देते हैं. इसके अलावा आप दूध इकट्ठा करके उन क्षेत्रों में भेज देते हैं, जहां दूध की खपत ज्यादा है.

 

कलेक्शन सेंटर का काम होता है कि वो दूध के फैट को जांचकर इससे अलग अलग कंटेनर में स्टोर करता है और फिर इसे दूध कंपनी को भेजता है. दरअसल, दूध में मौजूद फैट और एसएनएफ के आधार पर इसका दाम तय होता है.

कोऑपरेटिव दूध के जो दाम तय करती है वो 6.5 फीसदी फैट और 9.5 फीसदी एसएनएफ का होता है.

 

बीएमसी खोलकर कमाएं पैसे

BMC की फुल फॉर्म बल्क मिल्क कूलर कहते हैं और इसका एक प्लांट लगाया जाता है. दरअसल, एक सेंटर होता है, जहां किसी ग्रामीण इलाके में एक प्लांट लगाया जाता है और पशुपालक यहां दूध देकर जाते हैं.

इस प्लांट में मशीनों के जरिए दूध को खराब होने से बचाया जाता है. इसके बाद इसे डेयरी या बेचने के लिए भेजा जाता है. इसके लिए अलग से मशीने आती हैं और इन मशीनों के जरिए दूध को ठंडा करते हैं.

इस मशीन के लिए सरकार से पैसे मिलते हैं और सरकार की मदद से बीएमसी खोल लेते हैं. इसमें भी काफी अच्छी कमाई होती है.

 

डेयरी के लिए मिलता है लोन

केंद्र सरकार की डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS) के अलावा राज्य सरकारें भी अपने-अपने स्तर पर इसके विकास के कार्यक्रम चला रही हैं. जिनमें 25 से लेकर 90 फीसदी तक की सब्सिडी है.

केंद्र सरकार नाबार्ड के जरिए पशुपालन के लिए मदद देती है. डेयरी उद्यमिता विकास योजना के तहत एक पशु पर 17,750 रुपये की सब्सिडी मिलती है. मिल्क प्रोडक्ट बनाने की मशीन के लिए भी पैसा मिलता है. हालांकि, इसके जरिए आप गाय-भैंस खरीदकर अपना कारोबार शुरू कर सकते हैं.

 

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source : tv9hindi.com

 

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