सरकार द्वारा देश में दलहन फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं।
इसके लिए देश के कृषि वैज्ञानिकों और कृषि विश्वविद्यालयों के द्वारा दलहन फसलों की नई उन्नत किस्में विकसित की जा रही है, जो कम लागत में अच्छी पैदावार देने के साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं।
इस कड़ी में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान IARI (पूसा) द्वारा चने की नई उन्नत किस्म “पूसा चना 20211 देसी (पूसा मानव)” किस्म का विकास किया गया है।
चने की यह किस्म 32.9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की पैदावार देने में सक्षम है।
पूसा चना 20211 (पूसा मानव)
पूसा चना 20211 देसी (पूसा मानव) किस्म को केंद्रीय किस्म विमोचन समिति द्वारा खेती के लिए वर्ष 2021 में जारी किया गया था।
चने की यह किस्म देश के मध्य क्षेत्र के लिए जारी की गई है, जिसमें गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश शामिल है।
चने की यह किस्म समय से बुआई और सिंचित अवस्था के लिये अनुशंसित की गई है।
पूसा चना 20211 देसी (पूसा मानव) की विशेषताएँ
- चने की यह किस्म रबी सीजन में समय से बुआई तथा सिंचित अवस्था के लिये अनुशंसित की गई है।
- पूसा मानव किस्म 108 दिनों में पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
- पूसा चना 20211 देसी किस्म की औसत उत्पादन क्षमता 23.9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है जबकि इस किस्म से अधिकतम 32.9 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की पैदावार प्राप्त की जा सकती है।
- यह किस्म फुसैरियम विल्ट रोग के लिये अत्यधिक प्रतिरोधी है।
- यह किस्म धान की खेती करने वाले किसानों के लिए आदर्श किस्म है।
- इस किस्म के 100 बीजों का वजन लगभग 19.5 ग्राम होता है। वहीं इस किस्म में प्रोटीन की मात्रा 18.9 प्रतिशत होती है।
- पूसा चना 20211 देसी किस्म शुष्क जड़ गलन, कॉलर रॉट, स्टंट और फली भेदक के लिए मध्यम प्रतिरोधी है।
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