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सम्पूर्ण भारत का नवंबर 17, 2022 का मौसम पूर्वानुमान

देश भर में मौसम प्रणाली

पश्चिमी विक्षोभ को पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में देखा जा रहा है।

एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और इससे सटे राजस्थान पर बना हुआ है।

दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 4.5 किमी तक फैला हुआ है।

दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से लेकर केरल और दक्षिण तमिलनाडु होते हुए एकदम दबाव की रेखा कोमोरिन क्षेत्र तक फैली हुई है।

ताजा पश्चिमी विक्षोभ 18 नवंबर से पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा।

 

देश भर में हुई मौसमी हलचल

पिछले 24 घंटों के दौरान, केरल और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।

आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट, तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

उत्तराखंड के गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और हिमपात हुआ।

पंजाब के कुछ हिस्सों, उत्तर पश्चिमी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई।

 

मौसम की संभावित गतिविधि

अगले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

दक्षिण केरल और दक्षिण तमिलनाडु में एक या दो मध्यम बारिश के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

दक्षिण अंडमान सागर और आसपास के इलाकों में समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगे। हवा की गति 40 से 50 किमी प्रति घंटे के आसपास हो सकती है।

तमिलनाडु और केरल के शेष हिस्सों में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।

उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में कुछ और गिरावट दर्ज की जा सकती है।

दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में रह सकता है।

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