मंडी में सोयाबीन की नीलामी पर रखें निगरानी
सीएम मोहन यादव ने कहा, उपज विक्रय के लिए किसानों को उपलब्ध कराएं मार्केट.
मंडी में सोयाबीन की नीलामी पर रखें निगरानी, किसानों को दिलाएं भावांतर का लाभ. कृषि एवं संबद्ध सेक्टर्स पर हुआ कॉन्फ्रेंस का पहला सत्र.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को भावांतर भरपाई योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा, “कृषि क्षेत्र में ‘भावांतर भुगतान योजना’ के लिए 1.50 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है, और ‘भावांतर भुगतान योजना’ को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.
बागवानी फसलों पर भी विस्तार से चर्चा की गई है, जिसमें किसानों को सीमित भूमि पर भी बागवानी फसलों से अच्छा मुनाफा मिलता है. हमने ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया…”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश में अभी सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए भावांतर योजना में पंजीयन जारी है और इसकी अंतिम तारीख 17 अक्तूबर कर दी गई है.
अब तक 61,970 किसानों ने भावांतर योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसानों को आश्वस्त कराया कि मंडी में अगर सोयाबीन का रेट कम मिल रहा है तो सरकार किसानों को भावांतर योजना के तहत भरपाई करेगी.
उन्होंने कहा कि किसानों को सोयाबीन की एमएसपी देने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है.
भावान्तर योजना का करें प्रचार-प्रसार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भावांतर योजना का भी व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करें.
इस योजना का सर्वाधिक लाभ किसानों को मिलना है और यह बात उन तक पहुंचनी भी चाहिए.
भावांतर योजना के समुचित क्रियान्वयन के लिए सभी कलेक्टर पूरी मेहनत और समर्पण से किसानों को इसका अधिकतम लाभ दिलाएं.

