किसान इस समय करें फसलों में नैनो यूरिया और डीएपी खाद का छिड़काव

रबी फसलों की बुआई का काम पूरा हो गया है, यहाँ तक की समय पर लगाई गई फसलें अब 30 से 40 दिन की हो गई है।

रबी सीजन की मुख्य फसलें गेहूं, चना, मसूर और सरसों आदि फसलें अभी वानस्पतिक अवस्था में है, वहीं कहीं-कहीं इन फसलों में फूल व फली भी आने भी लगी है।

किसान इस समय फसलों पर नैनो यूरिया और डीएपी खाद का छिड़काव कर सकते हैं।

 

नैनो यूरिया और डीएपी का छिड़काव

किसान रबी फसलों में पहला पर्णीय छिड़काव फसल बुआई के बाद 35-40 दिनों की अवस्था पर एवं पत्तियाँ अधिक होने पर 4 मिली नैनो डीएपी (तरल) एवं 4 मिली नैनो यूरिया की मात्रा प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड़ का छिड़काव कर सकते हैं।

 

दूसरा छिड़काव कब करें

एमपी के सीहोर जिले के कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि किसान नैनो यूरिया और नैनो डीएपी का दूसरा पर्णीय छिड़काव 50-60 दिन की अवस्था पर करें।

इसके लिए 4 मिली नैनो यूरिया प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर पत्तियों पर प्रति एकड़ छिड़कें।

नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी की बोतल को पहले अच्छी तरह हिलाएं। स्प्रेयर से छिड़काव के लिए फ्लेट फैन या कट नोजल का उपयोग करें।

इन्हें 100 प्रतिशत पानी में घुलनशील विलेय उर्वरकों के साथ मिला सकते हैं। छिड़काव सुबह या शाम के समय ही करें।

ध्यान रहे इन्हें किसी भी खरपतवारनाशी व कीटनाशक के साथ मिलाकर उपयोग नहीं करना है।

पंद्रह लीटर क्षमता के हैंड या बैटरी चलित स्प्रेयर से छिड़काव के लिए नैनो यूरिया और नैनो डीएपी 60 मिली प्रति स्प्रेयर उपयोग करें।

पच्चीस लीटर क्षमता के पार स्प्रेयर से छिड़काव के लिए 100 मिली प्रति हेक्टेयर, 500 लीटर ट्रैक्टर चलित स्प्रेयर से छिड़काव के लिए 2000 मिली/टंकी एवं 10 लीटर क्षमता के ड्रोन से छिड़काव के लिए 500 मिली प्रति ड्रोन टैंक का उपयोग करें।

 

गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण के लिए क्या करें

गेहूं की फसल में संकरी पत्ती के खरपतवार नियंत्रण के लिए सल्फोसल्फ्यूरॉन 75 प्रतिशत डब्ल्यूजी मात्रा 33 ग्राम या क्लोडिनोफॉप 15 प्रतिशत डब्ल्यूपी मात्रा 400 ग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से उपयोग करें।

गेहूं की फसल में चौड़ी पत्ती के खरपतवार नियंत्रण के लिए 2,4 डी सोडियम साल्ट 38% ईसी मात्रा 1.40 लीटर या मेटसल्फ्यूरॉन मिथाइल 20 प्रतिशत डब्ल्यूपी मात्रा 20 ग्राम/हेक्टेयर का छिड़काव करें।

वहीं गेहूं की फसल में जड़ माहू कीट का प्रकोप देखा जा रहा है। नियंत्रण के लिए क्लोरपाइरीफॉस 20 ईसी मात्रा 1.5 लीटर प्रति हेक्टेयर 500 से 600 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़कें।

गेहूं की फसल में छोटी व हरी इल्ली के नियंत्रण के लिए क्लोरपाइरीफॉस 50 ईसी 15 लीटर/ हेक्टेयर या प्रोफेनोफॉस साइपरमेथ्रिन 44 ईसी मात्रा 1.25 लीटर प्रति हेक्टेयर का छिड़काव करें।

इस सरकारी योजना के तहत किसानो को हर महीने मिलेंगे 3000 रुपये

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