पशुपालन ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही किसानों की दैनिक आय का अच्छा जरिया माना जाता है, जिसको देखते हुए सरकार द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
इसमें पशुपालन के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा “मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना” चलाई जा रही है।
योजना के तहत राज्यपाल ने सोमवार 17 फ़रवरी के दिन 32 पशु पालकों को गाय और भैंस एवं पशु आहार का वितरण किया।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि सहरिया, भारिया एवं बैगा समुदाय के विकास के लिये केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार के माध्यम से अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा पीएम जनमन योजना के लिये 24 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया है।
इसके माध्यम से सहरिया, भारिया एवं बैगा समुदाय के लोगों को आवास के साथ-साथ अन्य मूलभूत सुविधायें भी मुहैया कराई जा रही हैं।
पशुपालकों को किया गया गाय और भैंस का वितरण
राज्यपाल ने डबरा जनपद की ग्राम पंचायत छीमक में मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजनांतर्गत सहरिया हितग्राहियों को भैंस एवं पशु आहार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में 32 पशु पालकों को 2–2 भैंस एवं पशु आहार का वितरण किया गया।
इस योजना के तहत हितग्राहियों को 90 प्रतिशत अनुदान भी उपलब्ध कराया जाता है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना के माध्यम से सहरिया परिवार के लोगों का जीवन स्तर अच्छा होगा।
इसके साथ ही उनके परिवारों को पौष्टिक आहार भी मुहैया हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि सहरिया समुदाय के लोग आत्मनिर्भर बनें। इसके लिये अनेक योजनायें संचालित की गई हैं।
राज्यपाल पटेल ने सहरिया समुदाय से आह्वान किया कि वे योजना के तहत मिले पशुओं की अच्छे से देखभाल करें और उससे होने वाली आय से अपने परिवार का बेहतर पालन-पोषण भी करें।
पशु प्रदाय योजना के तहत सरकार देती है 90 प्रतिशत अनुदान
कार्यक्रम में पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में सहरिया परिवारों के उत्थान के लिये मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना संचालित की गई है।
इसके माध्यम से प्रदेश भर में सहरिया, भारिया एवं बैगा जनजाति के लोगों को दुधारू पशु प्रदान किए जा रहे हैं।
पशुओं को प्रदान करने के बाद विभाग के माध्यम से निरंतर मॉनीटरिंग भी की जा रही है।
मध्यप्रदेश में वर्तमान में 14 जिलों में यह योजना प्रारंभ की गई है। योजना के तहत हितग्राही को केवल 10 प्रतिशत राशि देना होती है।
शेष 90 प्रतिशत राशि का अनुदान प्रदेश सरकार मुहैया करा रही है। इस योजना का सहरिया परिवारों को अधिक से अधिक लाभ लेकर अपने जीवन को और बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए।
एक दिन में 8 लीटर दूध देते हैं यह पशु
राज्यपाल ने ग्राम छीमक पहुँचकर मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना के हितग्राहियों से भेंट की और योजना के संबंध में चर्चा की।
उन्होंने हितग्राहियों से कहा कि जो दुधारू पशु प्रदाय किए जा रहे हैं इनकी देखभाल अपने बच्चों की तरह करें, ताकि वे अपनी क्षमता के अनुरूप दूध प्रदान कर आपके जीवन को बेहतर बनाने का कार्य कर सकें।
उन्होंने कहा कि जो पशु प्रदान किए गए हैं वह चार लीटर सुबह और चार लीटर शाम को दूध देने वाले पशु हैं, इस तरह पशुपालकों को एक दिन में 8 लीटर दूध मिलेगा।
हर हितग्राही को दो पशु प्रदान किए जा रहे हैं। इनके माध्यम से प्राप्त होने वाले दूध का परिवार में भी उपयोग करें और बेचकर जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में भी सार्थक प्रयास करें।
कार्यक्रम में हितग्राहियों को दुधारू पशु प्रदाय योजना के तहत प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए।