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गर्मी से गेहूं की फसल को हुआ नुकसान, करें यह काम

जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है, किसानों के चेहरे मुरझाते जा रहे है।

दरअसल मैदानी इलाकों में तो गर्मी ने अभी से ही रिकॉर्ड तोड़ने शुरू कर दिए हैं।

 

किसानों को हल्की सिंचाई करने की दी गई हिदायत

जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है, किसानों के चेहरे मुरझाते जा रहे है। दरअसल मैदानी इलाकों में तो गर्मी ने अभी से ही रिकॉर्ड तोड़ने शुरू कर दिए हैं।

मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों तक न्यूनतम तापमान 17 डिग्री तो अधिकतम 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जताई है।

वहीं अचानक बढ़ रही गर्मी से गेहूं की फसल पर असर पड़ने लगा है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर ऐसे ही गर्मी पड़ी रही तो फसल की पैदावार कम होगी।

 

हल्की सिंचाई कर सकते हैं

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि गेहूं की बढ़िया पैदावार के लिए दिन का तापमान 30 से 32 सेल्सियस और रात का तापमान 15 सेल्सियस तक होना अनिवार्य है,

लेकिन तापमान 34 सेल्सियस से ऊपर जाने पर गेहूं के दानों का वजन कम होने की संभावना बनी रहती है।

किसान तापमान में बढ़ोतरी के प्रभाव को रोकने के लिए गेहूं की फसल में हल्की सिंचाई कर सकते हैं।

सिंचाई करने से पहले किसानों को 2-3 दिन के मौसम का भी अनुमान पहले सेजरूर होना चाहिए।

 

दवाई छिड़काव करने की सलाह

वहीं जिन किसानों ने अगेती गेहूं की बिजाई की है और गेहूं की बालियां निकलने लग रही हैं।

ऐसी स्थिति में तापमान में अचानक बढ़ोतरी होने पर गेहूं की फसल पर 0.2 पोटाशियम क्लोराइड या फिर 400 ग्राम MOP, 200 लीटर पानी में प्रति एकड़ छिड़काव करने की सलाह दी जा रही है।

जिन किसानों ने गेहूं की पछेती बुआई की है वो किसान पोटाशियम क्लोराइड का छिड़काव 15 दिन से अंतराल में 2 बार जरूर करें।

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