आलू भरेगा ऊंची उड़ान
भारत में आलू की खेती कई राज्यों के किसान कर रहे हैं। जिसमें आज हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के किसानों की।
आपको बता दे की मध्य प्रदेश के कई किसान आलू की बिक्री अमेरिकन कंपनी को कर रहे हैं, और अब मध्य प्रदेश के अन्य 8 जिलों के किसान भी आलू का कारोबार अमेरिकी कंपनी के साथ करने जा रहे हैं।
जिससे आलू की खेती करने वाले किसानों को बहुत बड़ा फायदा होने जा रहा है।
अमेरिकन कंपनी से आलू का व्यापार
आपको बता दे की आलू चिप्स बनाने वाले कंपनी पेप्सिको, MP के 8 जिले के किसानों के साथ व्यापार करने जा रही है।
जिसके लिए राज्य सरकार ने कंपनी को लेटर ऑफ इंडेंड जारी किया है। इस तरह मध्य प्रदेश के किसानों को आलू की अच्छी मिलेगी नुकसान होने का कोई चांस नहीं रहेगा।
आपको बता दे की कंपनी किसानों की खेती में मदद भी करती है, तो चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं, और जानते हैं कि कौन से किसान है जो अब कांटेक्ट फार्मिंग करने जा रहे हैं।
इन 8 जिलों के किसान करेंगे कांट्रैक्ट फार्मिंग
किसान अगर कांटेक्ट फार्मिंग किसी भी फसल की करते हैं तो उन्हें पहले से तय हुई कीमत फसल की मिल जाती है।
जिससे उन्हें यह चिंता नहीं रहती कि उनकी फसल बिक्री होगी, कितनी कीमत होगी, नुकसान तो नहीं होगा, यह सब।
जिसमें आपको बता दे कि अब MP के गुना, रायसेन, नरसिंहपुर, विदिशा, सागर, धार, अशोक नगर और शिवपुरी के किसान आलू की कांटेक्ट फार्मिंग करने जा रहे हैं।
जिसमें वह अमेरिकी कंपनी से यह कांट्रैक्ट फार्मिंग करेंगे। राज्य सरकार किसानों का पूरा सहयोग कर रही है। ताकि उन्हें अच्छी कीमत मिले।
अमेरिका की कंपनी पेप्सिको बढ़िया क्वालिटी के चिप्स बनाती है जो की भारी डिमांड में रहते हैं।
इसके लिए वह पेप्सिको एफसी 5 और एफएल 2027 वैरायटी के आलू का इस्तेमाल करते हैं।
यह आलू कम नामी मात्रा वाला होता है, और शुगर फ्री भी इन आलुओं को काटा जाता है तो वह अंदर से लाल नहीं होता।
चिप्स बनाने के बाद भी यह सफेद रंग का ही दिखाई पड़ता है। जिसके कारण ग्राहक इसे बहुत ज्यादा पसंद करते हैं।
कंपनी करेगी किसानों की मदद
किसानों को अच्छा उत्पादन मिले और आलू की गुणवत्ता भी सही रहे इसलिए कंपनी भी किसानों का सहयोग करती है।
आपको बता दे कि जो इसके करीब 14 राज्य के 27000 किसान प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कंपनी के साथ काम कर रहे हैं और आलू की अच्छी कीमत प्राप्त कर रहे हैं।
जिसमें किसान मोबाइल ऐप के जरिए खेती से जुड़ी जानकारी प्राप्त करते हैं। फसल में कोई रोग लगा है या किसान मौसम के अनुसार कब फसल की बुवाई, कटाई करें यह सब जानकारी उन्हें मोबाइल ऐप के जरिए मिलती है।
कंपनी मोबाइल ऐप के जरिए किसानों को जोड़कर खेती से जुड़ी जानकारी देती है। ताकि किसान भी अच्छी पैदावार प्राप्त कर सके और उन्हें भी कंपनी के साथ-साथ फायदा हो।
आलू की खेती में लगने वाले समय की बात करें तो आलू की किस्म और मौसम पर निर्भर करती है। जिसमें अधिकतर आलू की फसल 90 से 120 दिनों में तैयार हो जाती है।