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किसानो की आय बढ़ाने के लिए ये काम कर रही है सरकार

 

Farmers Double Income

 

किसानों के लिए साल 2022 का रखा गया लक्ष्य अपनी उन्नति पर है.

जी हां, किसानों की दोगुनी आय के लिए निरंतर प्रयास के साथ केंद्र व राज्य सरकारें लगी हुई हैं. यही कुछ मधुमक्खी पालन में भी देखा जा रहा है.

दरअसल, बी-कीपर के लिए अच्छी खबर यह है कि शहद के निर्यात में वृद्धि हुई है. और यह वृद्धि अब एकदम उछाल पकड़ सकती है.

 

मधुमक्खी पालन से होगी दोगुनी आय

वहीं Beekeeping पर पीएम मोदी का भी ये कहना है कि “मधुमक्खियां कृषि क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, क्योंकि इससे किसान की आय दोगुनी करने में मदद मिलती है.

मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने का तात्पर्य कृषि उत्पादकता में महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ-साथ रोजगार सृजन में भी है.”

 

स्वीट क्रांति

पीएम मोदी ने आगे कहा कि “कृषि क्षेत्र में क्रांति लानी है और स्थिर नहीं रहना है क्योंकि यह समय की आवश्यकता है”.

ऐसे में इसे Sweet Revolution के नाम से जाना जा रहा है.

किसानों के लिए शहद निर्यात का अच्छा मौका

वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि उसकी शाखा APEDA राज्य सरकारों, किसानों और अन्य हितधारकों के साथ काम कर रही है.

ताकि यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय संघ और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे देशों में शहद निर्यात को बढ़ावा दिया जा सके.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत Honey Export को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न देशों द्वारा लगाए गए शुल्क ढांचे पर भी फिर से बातचीत कर रहा है.

 

बूस्टर डोज़ साबित होगा शहद

खास बात यह है कि भारत में आज के समय में 80 प्रतिशत शहद निर्यात होता है.

अब इसकी मांग मार्किट में लगातार बढ़ रही है, जो आने वाले समय में किसानों की आय के लिए बूस्टर डोज़ साबित होगा.

 

शहद का व्यवसाय

Sehad एक मुख्य उत्पाद है, जिसे मधुमक्खी पालक द्वारा ग्राहकों, कंपनियों या व्यक्तियों को लाभ कमाने के लिए व्यावसायिक रूप से बेचा जा सकता है.

देश में कच्चे और शुद्ध शहद की मांग बढ़ रही है. यदि आपके पास कुछ संपर्क और संसाधन हैं, तो आप शहद को एक बोतल में रख सकते हैं.

इसे अपने ब्रांड के तहत बेच सकते हैं. या आप इस बोतलबंद और जैविक शहद को खुद किराना स्टोर, रेस्तरां और अन्य खाद्य कंपनियों को भी बेच सकते हैं.

 

शहद व्यवसाय से होने वाले लाभ

जैसा कि आप पहले से ही जानते होंगे कि किसी भी जैविक चीज की मांग और लागत बढ़ती जा रही है.

अन्य उत्पाद जिनसे आप अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं वे हैं रॉयल जेली, मधुमक्खी का विष, मधुमक्खी का मोम और पराग (Royal Jelly, Bee Venom, Bee Wax and Pollen).

यदि आपके पास अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं है.

तो आप राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से ऋण लेकर यह व्यवसाय शुरू कर सकते हैं.

आप आसानी से 2 से 5 लाख तक का ऋण प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि यह उद्योग SSI श्रेणी के अंतर्गत आता है.

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