किसानों को मॉडर्न खेती की ट्रेनिंग देकर बढ़ाई कमाई

फसल उपज में 20 फीसदी का आया उछाल

मध्य प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ने कहा है कि किसानों की आय के साथ उपज बढ़ाने के लिए उन्हें कृषि गतिविधियों की ट्रेनिंग दी जा रही है.

इसमें बीज-उर्वरक और कीटनाशक इस्तेमाल, कीट प्रबंधन, कृषि व्यवसाय समेत कई तरह की तकनीक और विधियां सिखाई जा रही हैं.

कृषि क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ने से उपज और क्वालिटी में भी इजाफा हुआ है.

जबकि, समय और लागत की बचत भी किसानों की हो रही है. इसीलिए किसान भी मॉडर्न तकनीक और उपकरणों की जानकारी हासिल कर स्मार्ट खेती कर रहे हैं.

मध्य प्रदेश सरकार ने कहा है कि किसानों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जहां पर उन्हें कृषि यंत्रों, बीजों-उर्वरक और कीटनाशक इस्तेमाल के साथ ही मौसम के हिसाब से खेती की बुवाई-सिंचाई आदि की ट्रेनिंग और जानकारी दी जा रही है.

राज्य सरकार का दावा है कि इससे किसानों की आय और उपज में 20 फीसदी से अधिक का उछाल दर्ज किया गया है.

 

किसानों को ट्रेनिंग में भ्रमण करा रही सरकार

मध्य प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना ने कहा है कि किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग की ओर से राज्यभर में प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.

इसके तहत किसानों को विभिन्न स्थानों का भ्रमण भी कराया जाता है, ताकि वह दूसरे किसानों की कृषि गतिविधयों से सीख सकें.

प्रशिक्षण कार्यकमों से किसानों को अपनी फसलों की उपज में बढ़ोत्तरी करने में मदद मिली है. इसके नतीजे में किसानों की आय में भी इजाफा हो रहा है.

 

उपज और क्वालिटी में 25 फीसदी तक सुधार

राज्य के कृषि मंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों की रुचि भी देखी जा रही है.

किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, फसल प्रबंधन और मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने के तरीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है. इसकी वजह से किसान स्मार्ट तरीके से खेती कर रहे हैं.

राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि किसानों को प्रशिक्षण और जानकारी मुहैया कराने से फसलों की उपज में औसतन 20 से 25 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ क्वालिटी में भी सुधार देखा गया है.

 

फसल उत्पादन तकनीक सीख रहे किसान

किसानों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों से अपनी फसलों की देखभाल करने के नए तरीके सीखने का अवसर मिल रहा है.

अब वे अपनी फसलों को अधिक कुशलता से उगा सकते हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं.

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए ऐसे कार्यक्रम लगातार आयोजित होते रहेंगे.

फसल उत्पादन प्रशिक्षण के तहत किसानों को विभिन्न फसलों की उत्पादन तकनीकों के बारे में जानकारी दी जाती है.

 

ट्रेनिंग में किसान सीख रहे ये गतिविधियां
  1. मिट्टी और उर्वरक प्रबंधन प्रशिक्षण – किसानों को मिट्टी परीक्षण और उर्वरक प्रबंधन प्रशिक्षण दिया जाता है. इसमें किसानों को मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करने और उर्वरकों का सही तरीके से इस्तेमाल करने का तरीका बताया जाता है.
  2. सिंचाई प्रबंधन प्रशिक्षण – फसलों में पानी देने के लिए प्रशिक्षण में किसानों को सिंचाई के विभिन्न तरीकों और सिंचाई के लिए जरूरी उपकरणों के बारे में जानकारी दी जाती है. किसानों को पानी बचत के लिए माइक्रो इरीगेशन, पाइप इरीगेशन तकनीक आदि की जानकारी दी जाती है.
  3. कीट और रोग प्रबंधन प्रशिक्षण – बीमारियों और कीटों से फसलों की सुरक्षा के लिए किसानों को कीट और रोग प्रबंधन प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसमें किसानों को फसलों के कीटों और रोगों के प्रबंधन के घरेलू और आधुनिक तरीकों के बारे में बताया जाता है.
  4. कृषि व्यवसाय प्रशिक्षण – कृषि व्यवसाय कार्यक्रम में किसानों को कृषि व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं मार्केटिंग, फाइमेंस और मैनेजमेंट के बारे में जानकारी दी जाती है.

ड‍िज‍िटल क‍िसान आईडी के ल‍िए क‍िन दस्तावेजों की होगी जरूरत?

WhatsApp Group Join Now

Leave a Comment