सिर्फ तीन महीने में बंपर उत्पादन
शिमला मिर्च की अच्छी फसल के लिए चिकनी दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है.
इसके अलावा इसकी खेती के लिए उचित जल निकासी वाली भूमि का होना भी जरूरी होता है.
जुलाई महीने में इसकी खेती से आप बंपर मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
शिमला मिर्च किसानों के लिए अच्छी आय का जरिया बनते जा रहा है.
ये फसल किसानों को महज दो से तीन महीने में बंपर मुनाफा दे सकता है.
भारत में हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, झारखंड, उत्तर प्रदेश, तथा कर्नाटक जैसे राज्यों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है.
कब करें शिमला मिर्च की खेती
शिमला मिर्च की खेती के लिए सामान्य तापमान सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है.
इसका पौधा अधिकतम 40 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस तक जिंदा रहता है.
इसके अलावा इसकी खेती के लिए जुलाई महीना सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है.
वहीं कई प्रदेशों में किसान शिमला मिर्च की खेती सितंबर और जनवरी के महीने में भी करते नजर आते हैं.
इस तरह की भूमि आवश्यक
शिमला मिर्च की अच्छी फसल के लिए चिकनी दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है.
इसके अलावा इसकी खेती के लिए उचित जल निकासी वाली भूमि का होना भी जरूरी होता है.
इसकी खेती में भूमि का P.H. मान 6 के 7 से मध्य होना चाहिए.
रजिस्टर्ड नर्सरी से खरीदें पौधा
शिमला के पौधों की रोपाई बीज के रूप में सीधे तौर पर न करके पौध के रूप में की जाती है.
इसके पौधे को आप किसी रजिस्टर्ड नर्सरी से खरीद सकते है.
पौधों को खरीदते समय यह जरूर ध्यान दे कि पौधे बिलकुल स्वस्थ और एक महीने पुराने होने चाहिए.
पैदावार
शिमला मिर्च के फल पौध रोपाई के 70 दिन के अंतराल में कटाई के लिए तैयार हो जाते है.
शिमला मिर्च के एक हेक्टेयर के खेत से 250 से 500 क्विंटल की पैदावार प्राप्त हो जाती है.
इस पैदावार को बेचकर किसान 5 से 8 लाख तक का शुद्ध मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
किसान अपने खेतों कैलिफोर्निया वंडर, येलो वंडर शिमला मिर्च ,पूसा दीप्ती शिमला मिर्च, सोलन भरपूर लगा कर सिर्फ 70 से 80 दिनों में भरपूर मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
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