हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

किसानों के बैंक खाते में दी गई 1500 करोड़ रूपए की राशि

 

किसान न्याय योजना किश्त

 

कृषि में लागत को कम करने तथा किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार “राजीव गांधी किसान न्याय योजना” चला रही है|

इस योजना के तहत किसानों को 9 हजार से लेकर 10 हजार रूपये प्रति एकड़ की कृषि आदान इनपुट सब्सिडी दी जाती है|

इसके अलावा राज्य में पशुपालकों से गोधन न्याय योजना के तहत गोबर की खरीदी की जाती है|

राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1 नवम्बर को राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों एवं पशुपालकों के बैंक खाते में 1510 करोड़ 81 लाख रूपये भेजे गये हैं |

 

किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त का भुगतान

इस राशि में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किस्त की राशि 1500 करोड़ रुपए तथा गोधन न्याय योजना के तहत गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों एवं महिला स्व सहायता समूहों को दी जाने वाली लाभांश की राशि 10 करोड़ 81 लाख रुपए शामिल है।

दीपावली और धनतेरस पर्व से ठीक पहले राज्य के 21 लाख ग्रामीण किसान भाइयों के खाते में राशि पहुंचने से उन्हें राहत मिलेगी।

इससे पूर्व 21 अगस्त को राज्य के किसानों को किसान न्याय योजना की दूसरी किश्त का भुगतान किया गया था|

 

क्या है राजीव गाँधी किसान न्याय योजना

खरीफ वर्ष 2021-22 में धान के साथ ही खरीफ की सभी प्रमुख फसलों मक्का, सोयाबीन, गन्ना, कोदो कुटकी तथा अरहर के उत्पादकों को भी प्रतिवर्ष 9000 रू. प्रति एकड़ आदान सहायता दी जा रही है।

कोदो-कुटकी का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3000 रू. प्रति क्विंटल कर दिया गया है।

वर्ष 2020-21 में जिन किसानों ने धान विक्रय एमएसपी पर किया था, वह यदि धान के बदले कोदो कुटकी, गन्ना अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान अन्य फोर्टिफाइड धान की फसल लेते हैं, अथवा वृक्षारोपण करते हैं तो उसे प्रति एकड़ 9000 रू. के स्थान पर 10,000 रू. प्रति एकड़ इन्पुट सबसिडी दी जायेगी।

वृक्षारोपण करने वालों को 3 वर्षों तक अनुदान दिये जाने का प्रावधान है।

 

गोबर खरीदी का किया गया भुगतान

छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के पशुपालकों के लिए गोधन न्याय योजना चला रही है|

इस योजना के तहत पशुपालकों से राज्य सरकार 2 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से गोबर खरीदती है तथा इसका भुगतान प्रत्येक 15 दिनों में पशुपालकों को किया जाता है|

पशुपालक जो गोधन न्याय योजना से जुड़े हैं उन्हें दीपावली से पहले बैंक खातों में पैसा भेजा गया है|

इस बार योजना के तहत 10 करोड़ 91 लाख रुपए दिए गए हैं|

इसमें 5.72 करोड़ रुपए गौठान समितियों को तथा 5.09 करोड़ रुपए गोबर संग्राहकों को दिया गया है|

 

इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम छत्तीसगढ़ियों के लिए आज सबसे बड़ा त्यौहार है, आज ही के दिन, छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण का सपना पूरा हुआ था|

उन्होंने कहा कि हमने राज्य के किसान भाईयों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त की राशि 1500 करोड़ रूपए का भुगतान कर अपना वायदा पूरा किया है|

source

 

यह भी पढ़े : ये हैं प्याज की 5 सबसे उन्नत किस्में

 

यह भी पढ़े : खेत से ब्रोकली तोड़ने के मिलेंगे 63 लाख सालाना

 

यह भी पढ़े : किसानो को सलाह, प्रति हैक्टेयर 100 किलोग्राम गेहूं का उपयोग बुआई में करें

 

शेयर करे