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फसल बीमा योजना में पंजीकरण कराने वाले किसानों की संख्या में आई 30 प्रतिशत की गिरावट

 

फसल बीमा योजना

 

PMFBY के तहत खरीफ मौसम 2018 में 2.16 करोड़ किसानों ने पंजीकरण कराया था जो खरीफ मौसम 2021 में घटकर 1.50 करोड़ हो गया, हालांकि किसानों की ओर से आवेदनों की संख्या बढ़ी है.

इस प्रकार, 2018 से 2021 खरीफ मौसम के दौरान इस योजना में पंजीकरण कराने वाले किसानों की संख्या में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट आई.

 

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत पंजीकरण कराने वाले किसानों की संख्या में खरीफ मौसम 2018 की तुलना में 2021 में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पीएमएफबीवाई के तहत खरीफ मौसम 2018 में 2.16 करोड़ किसानों ने पंजीकरण कराया था जो खरीफ मौसम 2021 में घटकर 1.50 करोड़ हो गया, हालांकि किसानों की ओर से आवेदनों की संख्या बढ़ी है.

इस प्रकार, 2018 से 2021 खरीफ मौसम के दौरान इस योजना में पंजीकरण कराने वाले किसानों की संख्या में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट आई.

 

मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार, खरीफ मौसम 2019 में दो करोड़ किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में पंजीकरण कराया था जबकि 2020 में 1.67 करोड़ किसानों ने इस योजना में पंजीकरण कराया था.

वहीं, रबी मौसम 2018 में 1.46 करोड़ किसानों ने पीएमएफबीवाई योजना में पंजीकरण कराया था जबकि 2019 में 96.60 लाख किसान तथा रबी मौसम 2020 में 99.95 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया था.

 

कर्ज लेने वाले किसानों की बढ़ रही है संख्या

पुरानी फसल बीमा योजनाओं में सुधार के साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) की शुरुआत 2016-17 में हुई थी.

इस योजना के संचालन दिशानिर्देशों में रबी मौसम 2018 और खरीफ मौसम 2020 में संशोधन किया गया था.

इसका मकसद किसानों तक योजना का लाभ उचित तरीके से समय पर पहुंचाना है.

 

मंत्रालय के अनुसार, 21 अक्टूबर 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ मौसम 2018 में ऋण लेने वाले किसानों से 2.04 करोड़ आवेदन और ऋण नहीं लेने वाले किसानों से 1.15 करोड़ आवेदन आए.

खरीफ मौसम 2019 में ऋण लेने वाले किसानों से 2.38 करोड़ आवेदन और ऋण नहीं लेने वाले किसानों से 1.68 करोड़ आवेदन आए.

वर्ष 2020 में कर्ज लेने वाले किसानों से 2.68 करोड़ आवेदन और कर्ज नहीं लेने वाले किसानों से 1.42 करोड़ आवेदन आए तथा खरीफ मौसम 2021 में कर्ज लेने वाले किसानों से 3.74 करोड़ आवेदन तथा कर्ज नहीं लेने वाले किसानों से 1.23 करोड़ आवेदन आए.

मंत्रालय के अनुसार, रबी मौसम 2018 में ऋण लेने वाले किसानों से 1.33 करोड़ आवेदन आए जबकि रबी मौसम 2019 में 1.31 करोड़ आवेदन तथा 2020 में 1.23 करोड़ आवेदन आए.

 

कई राज्यों में लागू नहीं है PMFBY

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ मौसम 2018 में 22 राज्यों में 475 जिलों में लागू थी.

खरीफ मौसम 2021 में यह योजना देश के 19 राज्यों में 404 जिलों में लागू है.

वहीं, रबी मौसम 2018 में यह योजना देश के 21 राज्यों के 486 जिलों में लागू थी.

2020 के रबी मौसम में यह योजना देश के 18 राज्यों के 389 जिलों में लागू थी.

 

अगस्त में संसद में पेश कृषि संबंधी संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में प्रधानमंत्री फसल बीमा के संबंध में सरकार से पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना और झारखंड द्वारा योजना को वापस लेने अथवा लागू नहीं करने के कारणों पर उचित तरीके से ध्यान देने और उपयुक्त कदम उठाने के लिए कहा.

रिपोर्ट में समिति ने दावों के निपटारे में देरी को अस्वीकार्य बताया था और कृषि मंत्रालय से इस योजना को ज्यादा से ज्यादा तकनीक आधारित बनाने की सिफारिश की थी.

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