गेहूं की फसल इन दिनों अपना जीवन चक्कर लगभग पूरा कर चुकी है।
देश के कुछ भागों में कटाई एवं गहाई का काम जारी है जबकि भारत के अधिकतर प्रदेशों में अभी कुछ ही समय में ये कार्य शुरू होने वाले हैं। तो आइये जानते हैं गेहूं की कटाई एवं गहाई के तरीके और जरूरी हिदायतें
फसल की कटाई के लिए बढ़िया किस्म की दरातियों का प्रयोग करें।
यदि हो सके तो ट्रैक्टर-चालित यन्त्र का प्रयोग करें। फसल की गहाई के लिए शक्तिचालित गहाई मशीन ‘‘थ्रैशर’’ का प्रयोग करें। अब ट्रैक्टर द्वारा चालित या स्वचालित ऐसे कम्बाइन-हार्वेस्टर भी उपलब्ध हैं जो कटाई और गहाई साथ-साथ करते हैं।
शक्तिचालित थ्रेसर को चलाते समय की सावधानियां
- ऐसा थ्रैशर चुनें जिसमें कटाई करने वाली फसल यांत्रिक विधि से स्वत: ही अन्दर चली जाए। अधिकतर दुर्घटना थ्रैशर में हाथ से फसल की कटान देते समय ही होती है। थ्रैशर की नाली की लम्बाई कम से कम 90 सैं.मी.तथा ढके हुए हिस्से की लम्बाई 45 सैं.मी.से कम नहीं होनी चाहिए।
- थ्रैशर पर काम करने वाला व्यक्ति काम करते समय किसी भी नशीली वस्तु का प्रयोग न करे।
- गहाई की जाने वाली फसल अच्छी तरह सूखी हुई होनी चाहिए।
- थ्रैशर चलाते समय सभी पुर्जे अच्छी तरह से ढके होने चाहिएं।
- थ्रैशर पर काम करते समय कभी भी ढीले कपड़े तथा हाथ में कड़ा न पहनें।
- फसल की पूलियों को थ्रैशर की नाली में डालते समय अन्दर तक हाथ नहीं दें।
- कुछ पानी तथा रेत थ्रैशर के पास रखें ताकि अचानक आग लगने पर काबू पाया जा सके।
- यदि थ्रैशर पर गहाई ट्रैक्टर द्वारा की जा रही हो तो ट्रैक्टर की धुआं निकलने वाली नाली पर चिंगारी रोधक का प्रबन्ध करें।
- रात को काम करते समय रोशनी का प्रबन्ध रखें।
- कार्य स्थल पर आकस्मिक चिकित्सा दवाई की पेटी ‘‘फर्स्ट-एड-बॉक्स’’ हमेशा साथ रखें।
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