प्रभावित हो रही है किसानों की कमाई
हर साल दशहरा-दिवाली पर गेंदे के दाम आसमान छूते हैं. लेकिन बंपर पैदावार के कारण फूलो की कीमतों में कमी आई है.
पहले गेंदे के फूल 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिकते थे. इस साल 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं.
महाराष्ट्र के अमरावती जिले में इस साल गेंदे की बंपर पैदावार हुई है. हालांकि इससे किसान खुश नहीं हैं.
ज्यादा उत्पादन का असर भाव पर पड़ा है और त्योहार होने के बावजूद किसानों को अच्छी कीमत नहीं मिल रही है.
बंपर आवक के कारण गेंदे की कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है.
हर साल दशहरा-दिवाली पर गेंदे के दाम आसमान छूते हैं. लेकिन बंपर पैदावार के कारण फूलो की कीमतों में कमी आई है.
पहले गेंदे के फूल 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिकते थे. इस साल 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं.
अमरावती मंडी में गुरुवार सुबह 70 से 80 टन फूल पहुंचे थे. दशहरा के कारण, जहां सब कुछ ऊंचे दामों पर बिक रहा था.
वहीं पूजा और साज-सजावट में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला गेंदा फूल बेहद ही कम दाम में बिक रहा था.
60 रुपये प्रति किलो बिके रहे हैं गेंदे के फूल
विजयादशमी की पूर्व संध्या पर गेंदे के फूल 60 रुपये प्रति किलो बिक रहे थे.
फूल विक्रेताओं ने बताया कि अगर आवक अधिक रही तो फूलों की कीमतों में और भी गिरावाट आ सकती है.
इससे आम लोगों को तो थोड़ी राहत मिल रही है, लेकिन फूल उत्पादक किसानों की कमाई प्रभावित हो रही है.
भारी बारिश के कारण हुआ था नुकसान
पहले कोरोना महामारी और फिर भारी बारिश ने त्योहारों का मजा किरकिरा कर दिया है.
दूसरी भारी बारिश से फूलों की खेती को भी बड़ा नुकसान हुआ था. लेकिन अब अनलॉक छूट से कारोबार पटरी पर आ गया है.
त्योहारों की पूर्व संध्या पर फूलों की आवक भी रिकॉर्ड बना रही है. इसके चलते फूलों की कीमतों में गिरावट आई है.
अब तक शादियों, मंदिरों और अन्य सार्वजनिक आयोजनों के बंद होने से फूलों की बिक्री प्रभावित होती थी, लेकिन अब जब सब कुछ अनलॉक हो गया है, तो गेंदा की आवक भी बढ़ गई है.
अगर दिवाली तक अच्छी आवक रही तो फूलों की कीमतों में और भी गिरावट आ सकती है.
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