इसमें तय होगा किसानों को फायदा हुआ या नुकसान
सोमवार को नीलामी में शामिल होने के लिए रविवार को मंडी पहुंचे किसान
धार कृषि उपज मंडी में भावांतर योजना में सोयाबीन की खरीदी शुरू हो गई है। शुक्रवार को 50 किसानों ने योजना के तहत सोयाबीन बेची है।
वहीं अब शनिवार-रविवार के अवकाश के बाद सोमवार खरीदी होगी। इसमें रविवार को ही कुछ किसान ट्रैक्टर ट्राली में सोयाबीन की उपज लेकर मंडी प्रागंण पहुंच गए। ताकि सोमवार सुबह उनकी उपज की नीलामी हो सके।
इधर योजना में प्रदेश के मॉडल भाव तय नहीं हुए हैं। प्रदेश का मॉडल भाव भोपाल से 6 नवंबर की रात 12 बजे तय होंगे और पोर्टल पर जारी होंगे।
किसानों को 7 नवंबर को पता चलेगा कि अंतर की राशि कितनी मिलेगी और उन्हें फायदा होगा या नुकसान।
ऐसे समझें योजना का गणित…
भावांतर योजना में जो किसान उपज बेचेंगे उन्हें मॉडल भाव और समर्थन मूल्य के बीच की राशि का भुगतान होना है।
सरकार ने मॉडल रेट 4200 रुपए प्रति क्विंटल तय किया और किसानों की सोयाबीन 4200 रुपए या इससे अधिक भाव में बिकी तो उन्हें तो फायदा है।
वहीं यदि किसी किसान की सोयाबीन 3800 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल बिकी है तो उन्हें नुकसान होगा।
क्योंकि किसानों को मॉडल भाव 4200 से एमएसपी 5328 के बीच की राशि का भुगतान किया जाएगा। किसानों को फायदा या घाटा मॉडल भाव पर निर्भर करेगा।
मॉडल भाव बताने चाहिए
भारतीय किसान संघ के अमोल पाटीदार ने बताया कि सरकार ने भावांतर योजना में खरीदी शुरू कर दी लेकिन मॉडल भाव तय नहीं किए।
जबकि सरकार को पहले ही बता देना चाहिए कि किसानों को योजना में सोयाबीन बेचने पर कितनी राशि मिलेगी।
किसानों की उपज 3800 से 4000 रुपए क्विंटल बिक रही है। मॉडल भाव 4500 रुपए खुला तो किसानों को घाटा होगा।

