खेत तालाब योजना: किसानों को मिलेगी 90 प्रतिशत तक सब्सिडी

ऐसे उठाएं योजना का लाभ

राज्य सरकार किसानों और ग्रामीण हितग्राहियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से लगातार कई जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है।

इन्हीं योजनाओं में से एक है खेत तालाब योजना, जिसे राज्य के मत्स्य विभाग द्वारा लागू किया गया है।

यह योजना किसानों के लिए इसलिए खास मानी जा रही है क्योंकि इसके माध्यम से उन्हें खेत में तालाब निर्माण के लिए भारी सब्सिडी दी जा रही है, जिससे वे खेती के साथ-साथ मत्स्य पालन कर अतिरिक्त आमदनी अर्जित कर सकते हैं।

 

क्या है खेत तालाब योजना

खेत तालाब योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में बढ़ोतरी करना और उन्हें बहुआयामी कृषि गतिविधियों से जोड़ना है।

इस योजना के तहत सरकार किसानों को उनके खेत में तालाब निर्माण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है।

योजना के अनुसार एक हेक्टेयर भूमि में तालाब निर्माण कराया जा सकता है।

तालाब बनने के बाद किसान इसमें वर्षा जल का संग्रह कर सकते हैं, जिससे सिंचाई की समस्या से राहत मिलती है। इसके साथ ही तालाब में मत्स्य पालन कर किसान अपनी आमदनी को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं।

सरकार का मानना है कि यह योजना विशेष रूप से जल संरक्षण, सिंचाई सुविधा और रोजगार सृजन के लिहाज से बेहद उपयोगी साबित होगी।

 

अनुसूचित जनजाति वर्ग को मिलेगा विशेष लाभ

खेत तालाब योजना का विशेष लाभ अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के किसानों को दिया जा रहा है।

मध्यप्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को स्वरोजगार के अवसर मिलें और वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। इसी कारण इस वर्ग के लिए अधिकतम सब्सिडी का प्रावधान किया गया है।

 

योजना के तहत कितनी मिलेगी सब्सिडी

इस योजना के तहत किसानों को तालाब निर्माण के लिए 90 प्रतिशत तक सरकारी अनुदान दिया जाता है।

शेष 10 प्रतिशत राशि किसान को स्वयं वहन करनी होती है, जिसे वह स्वयं के अंशदान या ऋण के रूप में पूरा कर सकता है।

इस तरह किसानों को बहुत कम खर्च में अपने खेत में तालाब बनवाने की सुविधा मिलती है और उन पर आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ता।

 

कौन ले सकता है योजना का लाभ

खेत तालाब योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को कुछ पात्रता शर्तों का पालन करना होगा। ये पात्रता और शर्तें इस प्रकार से हैं: 

  • आवेदक का मध्यप्रदेश का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है।
  • किसान के पास लगभग 1 हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए।
  • खेत की जमीन आवेदक के नाम पर दर्ज या वैध रूप से उसके उपयोग में होनी चाहिए।
  • सभी पात्रता शर्तें पूरी होने के बाद ही आवेदन को स्वीकृति दी जाएगी।

 

योजना में आवेदन के लिए किन दस्तावेजों की होगी आवश्यकता 

यदि आप मध्यप्रदश के किसान हैं तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। खेत तालाब योजना में आवेदन के लिए आपको जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे दस्तावेज इस प्रकार से हैं: 

  • किसान का आधार कार्ड
  • किसान का पैन कार्ड
  • बैंक पासबुक की कॉपी
  • किसान की समग्र आईडी
  • जाति प्रमाण पत्र (एसटी वर्ग के लिए)
  • भूमि से संबंधित दस्तावेज
  • इन सभी दस्तावेजों का सही और अद्यतन होना जरूरी है।

 

कैसे करें खेत तालाब योजना में आवेदन

खेत तालाब योजना में आवेदन की प्रक्रिया ऑफलाइन रखी गई है। इच्छुक किसान सबसे पहले अपने जिले के मत्स्य विभाग कार्यालय में संपर्क करें।

वहां से योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और उसमें मांगी गई सभी जानकारियां सावधानीपूर्वक भरें।

इसके बाद आवश्यक दस्तावेजों को फॉर्म के साथ संलग्न कर कार्यालय में जमा कर दें। आवेदन जमा होने के बाद विभाग द्वारा जांच की जाएगी।

यदि किसान पात्र पाया जाता है, तो उसे योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा और तालाब निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

 

किसानों के लिए क्यों है फायदेमंद यह योजना

खेत तालाब योजना किसानों के लिए इसलिए फायदेमंद है क्योंकि इससे न सिर्फ सिंचाई की समस्या दूर होती है, बल्कि मत्स्य पालन के जरिए नियमित आय का स्रोत भी तैयार होता है।

यह योजना जल संरक्षण, रोजगार और ग्रामीण विकास, ये तीनों उद्देश्यों को एक साथ पूरा करती है।

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