हर साल गेहूं कटाई के समय खेतों में बचे फसल अवशेषों को जलाने की घटनाएं देखने को मिलती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही डंठल किसानों के लिए आय का एक नया जरिया बन सकता है?
कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि किसान गेहूं के डंठलों का सही उपयोग करें, तो वे प्रति एकड़ 70 से 80 हजार रुपये तक की अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं।
गेहूं के डंठल जलाने से होते है कई नुकसान
अक्सर किसान खेतों को जल्दी साफ करने के लिए गेहूं के डंठलों में आग लगा देते हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है और मिट्टी की उर्वरता भी कम हो जाती है।
इससे मिट्टी में मौजूद लाभकारी जीवाणु नष्ट हो जाते हैं, जिससे फसलों की उत्पादकता पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
गेहूं के डंठल से कमाई करने के अच्छे तरीके
1. डंठलों का बनाये भूसा
यदि गेहूं की कटाई हार्वेस्टर से की जाती है, तो डंठलों को एकत्र कर भूसा तैयार किया जा सकता है। पशुपालकों और डेयरी फार्मों में भूसे की भारी मांग होती है।
एक एकड़ में लगभग 10 क्विंटल भूसा तैयार किया जा सकता है, जिसे बाजार में बेचकर किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं।
2. वर्मीकंपोस्ट खाद बनाए
गेहूं के अवशेषों को वर्मीकंपोस्ट खाद में बदला जा सकता है। जैविक खेती की बढ़ती मांग के कारण इस खाद की अच्छी कीमत मिलती है।
किसान इस खाद का उपयोग अपने खेतों में भी कर सकते हैं, जिससे उर्वरक पर होने वाला खर्च कम होगा और पैदावार में वृद्धि होगी।
3. बायोगैस और फ्यूल ब्रिकेट्स का उत्पादन करें
गेहूं के डंठलों से बायोगैस का उत्पादन किया जा सकता है। इसके अलावा, इन्हें दबाकर फ्यूल ब्रिकेट्स में बदला जा सकता है, जिनका उपयोग औद्योगिक ईंधन के रूप में किया जाता है।
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सरकार से भी मिलेगी मदद
सरकार ने फसल अवशेष जलाने पर सख्त प्रतिबंध लगाया है और किसानों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है।
कई राज्यों में किसानों को स्ट्रॉ-रीपर और बैलर मशीन खरीदने के लिए सब्सिडी भी दी जा रही है, ताकि वे फसल अवशेषों का सही उपयोग कर सकें।
कटाई के बाद करे यह काम
- खेत में बचे फसल अवशेषों को जलाने की बजाय भूसे या जैविक खाद के रूप में उपयोग करें।
- कृषि विभाग की योजनाओं और सब्सिडी का लाभ उठाएं।
- अपने नजदीकी डेयरी फार्मों या जैविक खाद निर्माताओं से संपर्क करें और फसल अवशेषों को बेचने के तरीके जानें।
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