बेकरी प्रोडक्ट में होता है इस्तेमाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश कृषि के क्षेत्र में नवाचार लगातार कर रहा है.
जी-20 कृषि कार्य समूह की तीन दिवसीय बैठक में आए प्रतिनिधि नीले गेहूं से आकर्षित दिखाई दिए.
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जी-20 कृषि कार्य समूह की तीन दिवसीय बैठक जारी है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के कृषि क्षेत्र में जारी नवाचारों की तरफ विदेशी मेहमानों की रुचि दिखी.
संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि जी-20 के कृषि समूह की बैठक में विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधियों का नीला गेहूं, शुगर फ्री आलू और बीज बैंक के रूप में हुए नवाचारों ने ध्यान आकर्षित किया है.
उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में मध्यप्रदेश के नवाचार का दौर जारी है.
शुरू हुआ नीले गेहूं का उत्पादन
मध्यप्रदेश में नीले गेहूं का भी उत्पादन शुरू हो गया है.
नीले गेहूं का इस्तेमाल बेकरी के कारोबार में होता है. जी-20 के कृषि समूह की बैठक में 30 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं.
हेरिटेज वॉक में मेहमानों ने मध्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सराहा है.
सिमरौल की निशा पाटीदार ने विशेष प्रकार के शुगर फ्री आलू का उत्पादन शुरू किया है.
विलुप्त हो चुके मोटे अनाजों का बीज बैंक विकसित करने वाली डिंडौरी की लाहरी बाई ने भी जी-20 सम्मेलन में स्टॉल लगाया है.
कृषि के क्षेत्र में जारी है नवाचार
श्री अन्न का बीज बैंक विदेशों से आए प्रतिनिधियों के आकर्षण का केंद्र बन गया है.
कृषि के क्षेत्र में मध्यप्रदेश लगातार नवाचार कर रहा है. नवाचार के क्षेत्र में भी हम रिकार्ड बनाएंगे.
आपको बता दें कि नीले गेहूं की मांग दुनिया के अन्य देशों में भी है. नीले गेहूं की यह किस्म न सिर्फ रंग में अलग है.
बल्कि सामान्य गेहूं से कई गुना अधिक पोषक और सेहत के लिए लाभदायी है.
नीले गेहूं के क्या फायदे है ?
- नीला गेहूं ब्लड शुगर लेवल,
- कोलेस्ट्राल लेवल और शरीर में वसा का लेवल कम करने में सहायक होता है.
- नीला गेहूं सेहत के लिए मुफीद है.
- नीले रंग के गेहूं से बनी रोटी, ब्रेड और बिस्कुट का भी रंग नीला होता है.
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