कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने इन जिलों के किसानों की ओर से केन्द्र सरकार और केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना काल में जब किसान फल, सब्जी, दूध और खाद्यान्न का प्रबंध कर देश को सम्हालने के लिए डटे थे अब संकट के समय में किसानों को संबल देना सरकार की जिम्मेदारी है। मंत्री कमल पटेल ने कहा कि प्रदेश में फसल बीमा की अवधि दो बार बढ़ाने के बावजूद अगस्त के अंतिम दिनों में आई भीषण बाढ़ के कारण सभी किसान बीमा कवर नहीं ले सके थे।
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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में जिन जिलो में अतिवृष्टि के कारण सारी गतिविधिया रूक गई थी, वहां के किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा में शामिल होने से वंचित रह गये थे। इस संदर्भ में उन्होंने स्वयं केन्द्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखकर बीमा योजना की समय-सीमा 7 सितंबर तक बढ़ाने का आग्रह किया था। जिस पर केन्द्र सरकार ने तत्परता से निर्णय लेकर प्रदेश के पांच जिले के किसानों को राहत दी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा दी गई इस सुविधा का लाभ लेने की अपील भी की है। गौर तलब है कि गत वर्ष मध्यप्रदेश में करीब 23 लाख किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल हुए थे। इस वर्ष लगभग 32 लाख किसानों ने बीमा योजना का प्रीमियम जमा कर अपनी फसल का बीमा करवाया है।
कृषि मंत्री श्री कमल पटेल बाढ प्रभावित परिवारों के बीच पहुचे
हरदा जिले के बाढ़ प्रभावित गांव जोगा में आज कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने बाढ़ प्रभावित परिवारों के बीच पहुंचकर जरूरत की सभी चीजें जैसे राशन कपड़ा बर्तन जूते चप्पल साड़ियां अंडर गारमेंट रसोई व खाना खाने के बर्तन आदि रोज मर्या में उपयोग आने वाली सामग्री का वितरण किया।
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