बेबी कॉर्न से किसान कमा सकते हैं लाखों

Baby Corn Cultivation: किसान एक साल में ही दो से तीन बार लाखों की कमाई करने के लिए बेबी कॉर्न की खेती सबसे अच्छा विकल्प है.

इसकी खेती के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्मों से लेकर अन्य महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में पता होना चाहिए.

इसकी खेती के लिए केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित करती रहती है.

ताकि वह अपनी आमदनी को बढ़ा सकें.

 

खेती से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

Baby Corn Crop: आज के समय में मक्के की मांग सबसे अधिक है.

ऐसे में अगर किसान मक्के की खेती बेबी कॉर्न तरीके से करते हैं, तो वह इससे कम समय में ही अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं.

इस तरीके से मक्के की खेती करने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है.

दरअसल, किसान इसे एक साल में ही तीन से चार बार मोटी कमाई कर सकते हैं.

बेबी कॉर्न स्वादिष्ट और पौष्टिक आहार है, जिस पर कीटनाशक दवाइयों का प्रभाव नहीं होता है.

इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, लोहा और विटामिन आदि भी शामिल होते हैं.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बेबी कॉर्न का इस्तेमाल/ Use of Baby Corn सबसे अधिक सलाद, सूप, सब्जी, अचार, पकोड़ा, कोफ्ता, टिक्की, बर्फी लड्डू हलवा और खीर में किया जाता है.

ऐसे में आइए जानते हैं कि कैसे बेबी कॉर्न की खेती में करने से किसान को लाभ प्राप्त होगा.

 

बेबी कॉर्न की खेती

  • किसान बेबी कॉर्न की खेती दोमट मिट्टी में करेंगे, तो कम समय में अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इसकी पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करें.
  • फिर बाकी की दो-तीन जुताई किसान कल्टीवेटर में पाटा लगाकर करें.
  • किसान को इस बात का ध्यान रखना है कि बेबी कॉर्न की खेत में बुवाई करते समय खेत की मिट्टी में पर्याप्त नमी बनी होनी चाहिए.
  • बेबी कॉर्न की फसल को दो से तीन बार की सिंचाई की जरूरत पड़ती है.
  • पहली सिंचाई 20 दिन के बाद और फिर दूसरी सिंचाई तीसरी फूल आने से पहले करनी है.

 

बेबी कॉर्न की खेती के लिए उन्नत किस्में

अगर किसान बेबी कॉर्न की खेती से अधिक लाभ पाना चाहते हैं, तो इसके लिए उन्होंने इसकी उन्नत किस्मों का भी चयन करना चाहिए.

जैसे कि- बी.एल.-42, प्रकाश, एच.एम.-4 और आजाद कमल किस्म किसान अपने खेत में लगाएं.

 

बेबी कॉर्न की कब करें तुड़ाई

किसान को बेबी कॉर्न की फसल की तुड़ाई तीन से चार सेमी, रेशमी कोपलें आने पर तोड़ लेनी चाहिए.

ध्यान रहे कि तुड़ाई को दौरान गुल्ली के ऊपर की पत्तियों को नहीं चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से यह लंबे समय तक चलते हैं.

 

बेबी कॉर्न की खेती से कमाई

किसान अगर अपने खेत में बेबी कॉर्न की सही तरीके से खेती करते हैं, तो वह इससे प्रति हेक्टेयर 40 से 50 हजार रुपये की नेट इनकम प्राप्त कर सकते हैं.

वहीं, एक साल में इसकी फसल से तीन से चार बार तुड़ाई सरलता से की जा सकती है.

ऐसे में किसान एक साल में ही बेबी कॉर्न से करीब 2 लाख से भी अधिक की कमाई आसानी से कर सकते हैं.

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