गांव-गांव आ रहे हैं कृषि वैज्ञानिक, किसान उनसे सवाल पूछ कर बढ़ायें उत्पादन

केंद्रीय कृषि मंत्री किसानों से कहा

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के दूसरे दिन जम्मू पहुँचकर किसानों से कहा कि वैज्ञानिक आपके गांव में आ रहे हैं।

किसान इनसे सवाल पूछकर अपनी फसलों का उत्पादन बढ़ायें जिससे मुनाफा भी बढ़ेगा।

किसानों को खेती की उन्नत जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए देश भर में विकसित कृषि संकल्प अभियान शुरू किया गया है।

अभियान के तहत कृषि वैज्ञानिक और कृषि विभाग के अधिकारी किसानों के पास जाकर उन्हें खेती की उन्नत पद्धतियों, उन्नत बीजों, गांव की जलवायु के अनुसार जानकारी उपलब्ध कराएँगे।

अभियान की शुरुआत 29 मई 2025 से शुरू हो गई है। यह अभियान 12 जून तक 15 दिनों के लिए देशभर में चलेगा।

अभियान के दूसरे दिन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जम्मू पहुँचकर आरएस पुरा सेक्टर में पद यात्रा में शामिल हुए और किसानों और वैज्ञानिकों का उत्साह बढ़ाया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री ने महिला किसानों और महिला उद्यमियों से संवाद किया और ड्रोन कर्मियों से भी सीधी चर्चा की।

साथ ही उन्होंने जम्मू में बॉर्डर से सटे एक किलोमीटर दूरी पर स्थित गांव चक्रोही में भी किसानों से संवाद किया और उनके खेत और नर्सरी फार्म देखने के साथ ही उनसे विस्तार से खेती की जानकारी ली।

 

किसान वैज्ञानिकों से पूछें सवाल

इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि अभियान में वैज्ञानिक गांव आ रहे हैं।

उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे वैज्ञानिकों के साथ संवाद करें और उनसे सवाल पूछे।

संवाद से कृषि उत्पादन बढ़ेगा और उत्पादन बढ़ेगा तो मुनाफा बढ़ेगा। हमें उत्पादन बढ़ाना है, लागत घटाना है, उत्पादन के ठीक दाम देना है।

वहीं कृषि मंत्री ने वैज्ञानिकों से कहा कि उन्हें किसान से पूछकर रिसर्च करना चाहिए ताकि वे किसानों के सीधे काम आएं।

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार किसानों के फायदे के लिए एमएसपी दे ही रही, किसानों को कम ब्याज पर लोन भी दिया जा रहा है।

किसान सब योजनाओं का लाभ लें। नुकसान होने पर भरपाई, कृषि का विविधीकरण जैसे अहम कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर देश को आगे ले जाएंगे।

 

वैज्ञानिक किसानों को देंगे सेब उत्पादन बढ़ाने की जानकारी

कृषि मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कई तरह की फसलें हैं, ये धरती सोना उगलती है। यहां का सेब दुनिया में धूम मचाता है।

इनकी वैरायटी और कैसे अलग-अलग बनें, क्वालिटी और सुधरे, उत्पादन ज्यादा कैसे हो, ये सब वैज्ञानिक किसानों को बताएंगे। इनसे सीखिए, जरूरत पड़े तो इन्हें सिखाइए भी।

दोनों साथ बैठेंगे, तब काम चलेगा। कृषि मंत्री ने कहा कि लैब-टू-लैंड जुड़ गए तो निश्चित तौर पर कृषि क्षेत्र में क्रांति आएगी, चमत्कार होगा।

सोलर पंप के लिए किसानों को देनी होगी 10% तक राशि