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IMD ने इन इलाकों के लिए जारी किया ऑरेंज और यलो अलर्ट

 

किसान जान लें अपने क्षेत्र के मौसम का हाल

 

मॉनसून की उत्तरी सीमा अभी भी बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है.

देश के बाकी बचे हिस्सों में अभी दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की प्रगति के लिए अनुकूल मौसमी परिस्थितियां नहीं हैं.

 

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट और कुछ अन्य इलाकों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है.

आईएमडी के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि मौसम का यह पूर्वानुमान शनिवार सुबह तक के लिए वैध है.

उन्होंने बताया कि प्रदेश में जून में अब तक सामान्य से लगभग 80 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है.

 

उन्होंने कहा कि रीवा संभाग ( जिसमें रीवा, सतना, सीधी और सिंगरौली जिले शामिल हैं) और अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट जिले में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

 

साहा ने बताया कि होशंगाबाद संभाग और झाबुआ जिले में अलग अलग जगहों पर भारी बारिश की संभावना है और इसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है.

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही भोपाल, इन्दौर, जबलपुर, ग्वालियर और चंबल सहित दस संभागों के विभिन्न जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है.

 

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सामान्य से 79 प्रतिशत अधिक हुई बारिश

साहा ने कहा कि शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक राज्य में मॉनसून (Monsoon) सक्रिय रहा और भोपाल, जबलपुर, होशंगाबाद और रीवा संभाग के लगभग सभी क्षेत्रों में बारिश हुई, इसके अलावा उज्जैन, ग्वालियर और चंबल संभाग के कई स्थानों और इन्दौर संभाग के अलग-अलग स्थानों तथा सागर व शहडोल संभाग के कुछ स्थानों पर बारिश हुई.

 

पश्चिम मध्यप्रदेश में होशंगाबाद जिले के बनखेड़ी क्षेत्र में सबसे अधिक 150.6 मिलीमीटर बारिश हुई.

पूर्वी मध्य प्रदेश में सबसे अधिक बारिश रीवा जिले के हनुमना क्षेत्र में 140.6 मिलीमीटर हुई. साहा ने कहा कि एक जून से अब तक प्रदेश में सामान्य से 79 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है.

 

मॉनसून की उत्तरी सीमा में कोई बदलाव नहीं

मौसम विभाग के मुताबिक, मॉनसून की उत्तरी सीमा अभी भी बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है.

देश के बाकी बचे हिस्सों में अभी दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की प्रगति के लिए अनुकूल मौसमी परिस्थितियां नहीं हैं.

ऐसे में दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान के बाकी बचे हिस्से और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मॉनसून की बारिश के लिए इंतजार करना पड़ेगा.

 

वहीं निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने अगले 24 घंटे में पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों, पूर्वी और दक्षिणी मध्य प्रदेश, विदर्भ के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.

पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओडिशा के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर कुछ देर के लिए तेज बारिशहो सकती है.

 

तटीय कर्नाटक, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, दक्षिण गुजरात, केरल के कुछ हिस्सों, आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.

पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम और उत्तर पूर्व राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है.

 

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