किसानों के लिए जरुरी खबर, ओलावृष्टि प्रभावित इलाकों के सर्वेक्षण के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री ने फसलों को हुए नुकसान को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक ली। उन्होने कहा कि ‘पीड़ित किसान भाई-बहन चिंता न करें।
संकट की इस घड़ी में सरकार कृषकों के साथ खड़ी है। ईमानदारी और उदारतापूर्वक सर्वे कर प्रभावित किसानों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अंतर्गत सहायता राशि प्रदान की जाएगी।‘

सीएम मोहन यादव ने पिछले दिनों कई जिलों में हुई ओलावृष्टि के कारण फसलों को हुए नुकसान के सर्वेक्षण के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को तत्काल प्रभाव से सर्वे करने को कहा है। इसी के साथ उन्होने कहा कि किसान परेशान न हों…सरकार पूरी तरह उनके साथ है।

 

सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फसलों को हुए नुकसान को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक ली और मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में हुई

असामयिक वर्षा और ओलावृष्टि को लेकर सभी जिला कलेक्टरों को तत्काल सर्वेक्षण हेतु निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘पीड़ित किसान भाई-बहन चिंता न करें। संकट की इस घड़ी में सरकार कृषकों के साथ खड़ी है।

ईमानदारी और उदारतापूर्वक सर्वे कर प्रभावित किसानों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अंतर्गत सहायता राशि प्रदान की जाएगी।

प्रारंभिक आंकलन के अनुसार बालाघाट, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, डिंडौरी, मंडला, सतना, सिंगरौली, पन्ना, अनूपपुर और छतरपुर जिले की 34 तहसीलों के 343 ग्राम प्रभावित हुए हैं और लगभग 3701 किसानों की फसल प्रभावित हुई है। अन्य जिलों में सर्वे का कार्य जारी है।’

बता दें कि 11 से 14 फरवरी के बीच मध्य प्रदेश के कई जिलों में असामायिक बारिश और ओलावृष्टि हुई।

इस कारण किसानों की फसलों का काफी नुकसान हुआ है।

इसे लेकर मुख्यमंत्री ने इन जिलों के कलेक्टर को निर्देश दिए कि वो तत्काल नुकसान का सर्वेक्षण करें और RBC 6(4) के तहत किसानों को राहत राशि वितरित करने के निर्देश दिए है।

 

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