MA-LLB पास किसान को सोशल मीडिया से बैंगनी गोभी की खेती की मिली प्रेरणा

हो रही लाखों की कमाई

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के किसान प्रवीण सिंह ने अपने अनोखे खेती के प्रयोग से न सिर्फ अपनी आमदनी बढ़ाई, बल्कि पारंपरिक खेती करने वाले किसानों को भी नए विचार अपनाने के लिए प्रेरित किया है।

पढ़ाई में MA-LLB करने के बाद, उन्होंने खेती को अपने करियर के रूप में चुना और पारंपरिक खेती से हटकर रंग-बिरंगी सब्जियों की खेती शुरू की।

पिछले एक साल से वे खासतौर पर बैंगनी रंग की फूलगोभी और पत्ता गोभी की खेती कर रहे हैं, जो बाजार में अलग पहचान बना रही है।

सोशल मीडिया और शॉपिंग मॉल में पहली बार इसे देखने के बाद, उन्होंने इस अनोखी सब्जी की खेती का विचार किया और शोध करके इसकी खेती शुरू की। उनकी यह पहल अब कई किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है।

 

सोशल मीडिया ने बदला नजरिया, बैंगनी गोभी से बढ़ी आमदनी

प्रवीण सिंह ने जब सोशल मीडिया पर पहली बार बैंगनी गोभी देखी, तो उन्हें यह दिलचस्प लगी। उन्होंने इस पर शोध किया और देखा कि विदेशों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर हो रही है और यह कई पोषक तत्वों से भरपूर है।

इसके बाद उन्होंने स्थानीय बीज विक्रेताओं से संपर्क किया और पाया कि बैंगनी फूलगोभी और पत्ता गोभी के बीज भारत में भी उपलब्ध हैं।

इसके बाद, उन्होंने यह तय किया कि वे पारंपरिक खेती की जगह इस नए और आकर्षक उत्पाद की खेती करेंगे, ताकि उनकी फसल की बाजार में विशेष मांग बनी रहे।

आज उनकी यह फसल बड़े रेस्टोरेंट्स और शहरी ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी है।

 

शोध और सही तकनीक से मिली सफलता

प्रवीण सिंह सिर्फ खेती ही नहीं करते, बल्कि कृषि विज्ञान और बाजार की जरूरतों को समझकर ही कोई नया कदम उठाते हैं।

उन्होंने बताया कि उन्होंने बैंगनी गोभी उगाने से पहले कई स्रोतों से जानकारी एकत्र की।

उन्होंने इंटरनेट, सोशल मीडिया, कृषि वैज्ञानिकों और अनुभवी किसानों से सलाह लेकर यह जाना कि इसकी खेती कैसे करनी चाहिए, किस तरह की मिट्टी और जलवायु इसके लिए अनुकूल होती है।

उन्होंने बताया कि बैंगनी फूलगोभी की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली उपजाऊ मिट्टी की जरूरत होती है।

यह सब्जी ठंडे मौसम में बेहतर परिणाम देती है, इसलिए इसकी बुवाई अक्टूबर-नवंबर में की जाती है और कटाई जनवरी-फरवरी में होती है।

 

क्या है बैंगनी फूलगोभी की खासियत?

बैंगनी फूलगोभी सिर्फ दिखने में आकर्षक ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसमें ग्लूकोसिनोलेट्स, विटामिन C, पोटैशियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।

ये सभी पोषक तत्व शरीर को बीमारियों से बचाने, इम्यूनिटी बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।

इस गोभी का रंग इसमें मौजूद एंथोसायनिन नामक प्राकृतिक पिगमेंट के कारण बैंगनी होता है।

यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है, जो दिल की बीमारियों, मधुमेह और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के जोखिम को कम करता है।

इसके अलावा, बैंगनी गोभी सामान्य गोभी की तुलना में अधिक मीठी और कुरकुरी होती है, जिससे इसे सलाद और अन्य डिशेज में इस्तेमाल करना आसान होता है।

 

बाजार में बैंगनी गोभी की बढ़ती मांग

चूंकि यह गोभी रंग और पोषण दोनों के कारण अलग पहचान बना रही है, इसलिए इसकी मांग भी तेजी से बढ़ रही है।

खासतौर पर, शहरों के बड़े रेस्टोरेंट्स और होटल इसकी खरीदारी में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

प्रवीण सिंह बताते हैं कि इसका बाजार मूल्य सामान्य फूलगोभी से अधिक है।

अगर एक सामान्य फूलगोभी बाजार में ₹20-₹30 प्रति किलो बिकती है, तो बैंगनी गोभी की कीमत ₹80-₹100 प्रति किलो तक होती है। इससे किसानों को अधिक मुनाफा मिल रहा है।

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