हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

जानिए कैसी रहेगी अगस्त एवं सितम्बर महीने में मानसूनी वर्षा

 

अगस्त-सितम्बर माह के लिए मानसून पूर्वानुमान

 

इस वर्ष अभी तक मानसूनी वर्षा का वितरण असामान्य रहने से देश के कई जिलों में अधिक बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति बनी हुई है तो वहीँ कई जिलों में सूखे की स्थिति बनी हुई है |

जिसका सीधा असर किसानों की खरीफ फसलों पर देखा गया है |

इस वर्ष भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD ने मानसून सीजन में सामान्य वर्षा होने की उम्मीद अपने पहले के पूर्वानुमान में ही बता चूका है |

साथ ही पूर्वानुमान के अनुसार ही जून में सामान्य से अधिक वर्षा एवं जुलाई माह में सामान्य या सामान्य से कम वर्षा का अनुमान लगाया गया था जैसा की हमने अभी तक देखा |

अब मौसम विभाग ने आने वाले दो महीनों अगस्त एवं सितम्बर के लिए मानसूनी वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया है |

 

देश भर में 2021 अगस्त माह के लिए वर्षा सम्भावित पूर्वानुमान

पूरे देश में अगस्त 2021 की औसत वर्षा सामान्य दीर्घावधि औसत LPA का 94 से 106 फीसदी होने की सम्भावना है |

जो कि 1961-2010 की अवधि में पूरे देश में अगस्त की वर्षा दीर्घावधि औसत LPA का 258.1 मि.मी. है |

पूर्वानुमान के अनुसार मध्यभारत के कई क्षेत्रों और उत्तर पश्चिम के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से कम से लेकर सामान्य वर्षा होने की सम्भावना है |

प्रायद्वीपीय भारत और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश भागों में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक वर्षा होने की सम्भावना है |

 

 

चित्र में दिए अनुसार अगस्त माह में तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना के कुछ जिलों, छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में, बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा के कुछ जिलों में, तटीय महारष्ट्र के जिलों में एवं पूर्वोत्तर राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है |

वहीँ गुजरात में सामान्य बारिश का अनुमान है |

इसके अलावा पश्चिमी एवं मध्य मध्यप्रदेश के जिलों, झारखण्ड के कुछ जिलों एवं राजस्थान के कुछ जिलों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है |

 

देश भर में 2021 अगस्त+सितम्बर माह के लिए वर्षा सम्भावित पूर्वानुमान

इस वर्ष पूरे देश में दक्षिण पश्चिम मानसून के दुसरे भाग अगस्त एवं सितम्बर की अवधि के दौरान समूचे देश में वर्षा सामान्य होने का अनुमान अधिक है |

इस दौरान देश में दीर्घावधि औसत LPA का 95 से 105 फीसदी होने की सम्भावना है |

जो कि 1961-2010 की अवधि में पूरे देश में अगस्त की वर्षा दीर्घावधि औसत LPA का 428.3 मि.मी. है |

इस दौरान देश के उत्तर-पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के भागों के कई क्षेत्रों में सामान्य से लेकर सामान्य से नीचे वर्षा होने की सम्भावना है वहीँ प्रायद्वीपीय भारत और उससे सटे मध्य भारत के अधिकांश भागों में सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक वर्षा होने की सम्भावना है |

 

 

चित्र में दिए अनुसार अगस्त एवं सितम्बर दो महीनों में तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना के कुछ जिलों, महाराष्ट्र, पश्चिमी मध्यप्रदेश के जिलों में, राजस्थान के कुछ जिलों में, झारखण्ड के कुछ स्थानों पर पश्चिमी उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड के कुछ जिलों में जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है |

वहीँ उत्तरी राजस्थान के कुछ जिलों में, बिहार, छतीसगढ़ उड़ीसा, हरियाणा,पूर्वी उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर राज्यों में इस दौरान सामान्य या सामान्य से कम वर्षा होने की संभावना अधिक है |

 

यह भी पढ़े : PMFBY क्विज में भाग लीजिए और जीतिए 11000 रुपए का पुरस्कार

 

यह भी पढ़े : इस तारीख को किसानों के खाते में पहुंचेंगे 9वीं किस्त के 2000 रुपये

 

यह भी पढ़े : कृषि मंत्री ने 10 करोड़ किसानों के मोबाइल पर भेजा खास संदेश

 

source

 

शेयर करे