15000 किलोग्राम डैले मिर्च की गई एक्सपोर्ट, मिला 300 रुपये प्रति किलो तक का भाव

किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा किसानों द्वारा तैयार किए गए कृषि उत्पादों का निर्यात किया जा रहा है, ताकि किसानों को उपज के अच्छे भाव मिल सके।

इस कड़ी में भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने सिक्किम से सोलोमन द्वीप तक जीआई-टैग वाली डैले मिर्च की पहली खेप का सफलतापूर्वक निर्यात किया।

भारत में तैयार उत्पादों की मांग विदेशों में लगातार बढ़ रही है। अब कई कृषि उत्पादों का निर्यात विदेशों में किया जा रहा है।

 

डैले मिर्च की खासियत क्या है?

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार डैले मिर्च, जिसे फायर बॉल मिर्च या डैले खुरसानी के नाम से भी जाना जाता है, अपने तीखेपन, चमकीले लाल रंग और उच्च पोषण मूल्य के लिए प्रसिद्ध है। यह विटामिन ए, सी और ई के साथ-साथ पोटेशियम से भरपूर होती है। 

इसकी स्कोविल हीट यूनिट (SHU) 100,000 से 350,000 तक होती है। इसके परिणामस्वरूप यह रसोई और औषधीय दोनों तरह के इस्तेमाल के लिए एक मसाले के रुप में लोकप्रिय है।

वर्ष 2020 में सिक्किम में उगाई जाने वाली एक अनूठी और अत्यधिक तीखी किस्म, डैले मिर्च को जीआई टैग प्रदान किया गया था।

 

किसानों को मिला 300 रुपये प्रति किलो का भाव

पने व्यापक नेटवर्क के माध्यम से, मेवेदिर ने दक्षिण सिक्किम के किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (FPO) से लगभग 15,000 किलोग्राम ताजा डैले मिर्च प्राप्त की, जिसमें टिंकिटम और तारकू क्षेत्र शामिल हैं। डैले मिर्च को जीआई टैग मिला हुआ है।

इसलिए किसानों से खरीद प्रक्रिया के दौरान यह सुनिश्चित किया गया की किसानों को सामान्य भाव यानि की 180 से 200 रुपये प्रति किलो नहीं बल्कि प्रीमियम मूल्य 250 से 300 रूपये प्रति किलो मिले।

मिर्च के एक्सपोर्ट के लिए प्रोसेसिंग सिक्किम के बागवानी विभाग द्वारा विकसित एपीडा द्वारा वित्तपोषित एकीकृत पैक हाउस में की गई।

प्रोसेसिंग के दौरान मिर्च की 9,000 किलोग्राम मात्रा को निर्जलित किया गया। जबकि 6,000 किलोग्राम को आगे की प्रोसेसिंग और निर्यात के लिए संरक्षित किया गया।

सुखाने की प्रक्रिया से 12.5 प्रतिशत रिकवरी दर प्राप्त हुई, जिसमें 1,600 किलोग्राम ताजी मिर्च को निर्यात के लिए 200 किलोग्राम सूखी मिर्च में संसाधित किया गया।

निर्यात लेनदेन के लिए, सिक्किम से जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध एक प्रमुख कृषि-निर्यात उद्यम मेवेदिर ने सोलोमन द्वीप को सीधे पहली खेप की आपूर्ति की है।

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