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सहजन की खेती कर किसान बन सकते हैं लखपति

 

औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण बढ़ रही है मांग

 

कृषि के क्षेत्र में आपार संभावनाएं हैं.

अगर आप कुछ अलग करते हैं तो आप इससे काफी मुनाफा कमा सकते हैं. सरकार भी पारंपरिक खेती से हटकर नए विकल्पों की तरफ देखने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है.

अगर आप भी किसानी करते हैं और कृषि क्षेत्र में कुछ हट कर करना चाहते हैं तो आपके लिए औषधीय गुणों से भरपूर सहजन की खेती करना एक अच्छा विकल्प है.

 

रख-रखाव और लागत में कमी के कारण इससे अच्छी कमाई होती है. इसकी खेती कर किसान लखपति भी बन रहे हैं.

औषधीय पौधों की खेती के लिए सरकार की तरफ से दी जाने वाली सुविधाएं सहजन की खेती के लिए भी मौजूद हैं.

 

सहजन की खेती में क्या हैं फायदे ?

  • सहजन की खेती कम से कम जमीन पर हो सकती है.
  • सजहन की खेती में लागत काफी कम आती है, जिस कारण किसानों को अच्छी कमाई होती है.
  • एक पेड़ कम से कम 10 वर्षों तक फल देता है.
  • सहजन के पेड़ का हर हिस्सा लाभदायक होता है और उसकी बिक्री होती है. सहजन के पत्ते, छाल, तना और जड़ भी बिक जाता है.

 

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सहजन की खेती के लिए क्या है जरूरी ?

ठंडे प्रदेशों में सहजन की खेती करने में मुश्किल होती है. इसके फूल खिलने के लिए 25 से 30 डिग्री तक तापमान होना चाहिए.

डीडी किसान के मुताबिक, सूखी बलुई मिट्टी या चिकनी बलुई मिट्टी में सहजन अच्छी तरह से बढ़ता है.

भारत में ठंडे प्रदेशों को छोड़कर लगभग हर इलाके के किसान इसकी खेती कर सकते हैं.

 

क्या है सहजन की विशेषता ?

  • एक बार बीज की बुआई करने के बाद चार वर्षों तक चलता है.
  • यानी चार साल तक बुआई करने की आवश्यकता नहीं होती
  • विशेष ध्यान रखने की जरूरत नहीं होती है.

 

सहजन की विशेष किस्में

कोयंबटूर 2

रोहित 1

पी के एम 1

पी के एम- 2

 

सहजन किस-किस चीज में होता है इस्तेमाल ?

सहजन हर प्रकार से प्रकृति का वरदान है. इसकी सब्जी से तो हम सब वाकिफ हैं. इसके अलावा सहजन का इस्तेमाल कई अन्य कार्यों में भी होता है.

इसके बीज के तेल से दवाइयां बनती हैं. छाल, पत्ति, गोंद और जड़ इत्यादि से आयुर्वेदिक दवाइयां बनती हैं.

 

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कैसे करें सहजन की खेती ?

  • सहजन की खेती के लिए बीज को दिन के समय भिगो दिया जाता है.
  • इसकी बुआई आप सूखी मिट्टी में कर सकते हैं.
  • सहजन की बुआई लिए जमीन को 1 फूट चौड़ा और गहरा करना होता है, वहां होती है बुआई.
  • फिर मिट्टी से भरना होता है
  • बुआई नर्सरी पौधों और बीजों, दोनों की होती है. मतलब आप बीज से नर्सरी पौधा बनाकर भी बुआई कर सकते हैं.
  • शुरुआत में खाद की जरूरत होती है और फिर थोड़ी सी सिंचाई की.
  • आधा किलो बीज से 2 हेक्टेयर जमीन के लिए पौध तैयार कर सकते हैं.
  • 1500 से 2000 पौधे 1 एकड़ जमीन में उगा सकते हैं.

क्या-क्या गुण होते हैं सहजन में ?

सहनज को अंग्रेजी में ड्रमस्टिक कहते हैं. इसका वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफरा है. यह एक बहुपयोगी पौधा है.

इसमें तमाम 300 से अधिक औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसी कारण से इसकी मांग बढ़ रही है और सहजन की खेती करने वाले किसान लाखों रुपए कमा रहे हैं.

 

सहजन में 90 तरह के मल्टीविटामिन्स होते हैं.

सहजन में 45 तरह के एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं.

सहजन में 35 तरीके के दर्द निवारक गुण होते हैं.

सहजन में 17 तरीके के एमिनो एसिड होते हैं.

 

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