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इस खास नस्ल की गाय पालें, दूध से होगी मोटी कमाई

 

गाय की इस नस्ल में स्वर्ण कपिला और देवमणी गाय सबसे अच्छी मानी जाती है.

 

जानकारी के मुताबिक, स्वर्ण कपिला करीब 20 लीटर दूध प्रतिदिन देती है और इसके दूध में 7 फीसदी फैट होता है.

 

 

किसानों की आय बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकार तमाम तरह की योजनाएं चला रही हैं.

सरकार का फोकस न केवल खेती, बल्कि पशुपालन और मछली/कुक्कुट पालन वगैरह के जरिये भी किसानों की आमदनी दोगुनी करने पर है.

पशुपालन की ही बात करें तो सरकार ने हाल ही में 9000 करोड़ रुपये का प्लान तैयार किया है.

 

गौ पालन किसानों के लिए हमेशा से आमदनी का एक नियमित जरिया रहा है.

गाय पालकर किसान बेहतर कमाई कर सकते हैं, बशर्ते सही नस्ल का चुनाव करें. हम यहां बात करने जा रहे हैं, गिर गाय की.

अगर आप भी पशुपालन कर अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो गिर गाय का पालन कर सकते हैं.

 

यह गाय प्रति ब्यांत में औसतन 2100 लीटर से ज्यादा दूध देती है.

इस गाय का दूध महंगा (70 Rupees+ per Liter) बिकता है, बल्कि इससे तैयार घी की कीमतें भी बाजार में 2000 रुपये प्रति किलो से भी ज्यादा होती है.

डायबिटीज और हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के मरीज तो ढूंंढकर अच्छे भाव देकर ये दूध ले जाते हैं.

 

कैसी होती हैं गिर गाय ?

गुजरात के अलावा यह नस्ल राजस्थान, महाराष्ट्र में भी पाई जाती है. मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से लेकर यह नस्ल ब्राजील तक फेमस है.

इसे देसण, गुजराती, सूरती, काठियावाड़ी, और सोरठी भी कहा जाता है. इनका शरीर सामान्यत: लाल रंग का होता है जिस पर सफेद धब्बे होते हैं.

गिर गाय का सिर गुबंद के आकार का होता है और कान लंबे होते हैं. इसका जीवनकाल करीब 12 से 15 साल तक का होता है.

इनका वजन लगभग 400-475 किलो तक हो सकता है. अपने जीवनकाल में ये गाय 6 से 12 बच्चे पैदा कर सकती है.

 

गाय खरीदने में पशु किसान क्रेडिट कार्ड करेगा मदद

गिर गाय की कीमत एक लाख से 5 लाख रुपये तक के बीच हो सकती है. डिपेंड करता है कि आप कहां से, कितनी उम्र की और कैसी गाय खरीदते हैं.

गाय खरीदने के लिए आपकी मदद करेगा- पशु किसान क्रेडिट कार्ड.

चूंकि सरकार पशुपालन के जरिए भी किसानों की इनकम बढ़ाना चाहती है.

 

ऐसे में किसानों के पास अपने पशु हों इसके लिए पशुपालक किसानों को बिना गारंटी के लोन उपलब्ध कराया जाता हे.

इस स्कीम का उद्देश्य किसानों को दूध देने वाले पशुओं की खरीद में मदद करना है.

अगर गिर गाय खरीदने में आपके पास पैसे कम पड़ रहे हों तो आप पशु किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये बैंक से लोन ले सकते हैं.

पशुपालकों को सरकार सब्सिडी भी देती है.

 

गिर गाय की खासियतें

गाय की इस नस्ल में स्वर्ण कपिला और देवमणी गाय सबसे अच्छी मानी जाती है.

जानकारी के मुताबिक, स्वर्ण कपिला करीब 20 लीटर दूध प्रतिदिन देती है और इसके दूध में 7 फीसदी फैट होता है.

वहीं देवमणी गाय करोड़ों में एक होती है. इस गाय के गले की थैली की बनावट के आधार पर ही इसकी पहचान की जाती है.

गिर गायों से ए-2 दूध प्राप्त होता है.

 

क्या है इसके दूध की खासियतें ?

गिर गाय का दूध डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है.

विदेशी नस्ल की अन्य गायों या जर्सी की तुलना में काफी ज्यादा सुपाच्य और सेहतमंद होता है.

इसके करीब साढ़े तीन लीटर ए-2 दूध में 8 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. इसमें पाई जाने वाली ए-1 कैसिइन प्रोटीन स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है.

 

गिर गाय के पालन में इन बातों का रखें ध्यान

  • पशु चिकित्सक डॉ गोपाल राय के मुताबिक, इस नस्ल की गायों को जरूरत के अनुसार ही खुराक देना चाहिए.
  • इन्हें फलीदार चारे को खिलाने से पहले तूड़ी या अन्य चारा मिला देना चाहिए ताकि गायों को अफारा या बदहजमी ना हो.
  • गिर गाय को बारिश, धूप, ठंड और परजीवी से बचाने के लिए अच्छा शेड बना देना चाहिए, जहां साफ हवा और पानी की सुविधा हो.
  • गायों की संख्या के मुताबिक, खाने के लिए जगह बड़ी और खुली होनी चाहिए. गोबर-मूत्र वगैरह के निकास की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए.
  • डॉ गोपाल बताते हैं कि गाभिन गाय को अधिक चारा देना चाहिए क्योंकि वे शारीरिक रूप से भी बढ़ती है. इससे बछड़ा भी अच्छा होगा और दूध की मात्रा भी ज्यादा होगी.

 

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