हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

केवायसी करने के नाम पर किसान से 93 हजार रुपए की ठगी

एक किसान के बैंक खाते की केवायसी करने के नाम पर साइबर ठगों ने 93 हजार 341 रुपए निकाल लिए । आरोपियों ने किसान की बेटी से ओटीपी नंबर लेकर वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित किसान ने तिरला थाने (धार ज़िला) में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया।

पुलिस को दी शिकायत में ग्राम पंचायत अकोदा के ग्राम छटिया के निवासी श्याम सुंदर सुगालिया ने बताया कि वे गेंहू बेचने राजगढ़ मंडी गए थे। मोबाइल घर पर ही था मोबाइल पर अज्ञात नम्बर से फोन आया, जिसे किसान की बेटी ने उठाया। उन्होंने फोन पर किसान के बारे में पूछा और फिर बताया हमें खाते की केवायसी करनी है। एक मैसेज आएगा उसमें 4 अंक के नंबर आप बता दें। इस पर बेटी ने उन्हें ओटीपी दे दिए।

किसान को नहीं थी इस खाते की जानकारी 

पीड़ित किसान ने बताया की मेरे द्वारा पंजीयन के समय ज़िला सहकारी बैंक का खाता दिया गया था । परंतु रुपए उसमें ना आते हुए एयरटेल पेमेंट बैंक में आ गए जिसका क्रेडिट का मेसेज भी नहीं आया ।किसान ने बताया की उसके द्वारा एयरटेल पेमेंट में कोई खाता नहीं खुलवाया था फिर भी केसे मेरे नाम से खाता ऐक्टिव हो गया मुझे पता नहीं ।

 

Airtel के रीटेलरो ने बिना ग्राहकों को बताए खोले खाते

ग्राहक जो सिम वेरिफिकेशन या ई-केवाईसी के लिए एयरटेल आते थे। उनके एयरटेल पेमेंट बैंक में बैंक खाते खोले जाने की उन्हें जानकारी तक नहीं थी। यूआईडीएआई UIDAI  के ध्यान में यह मामला लाया गया था कि एयरटेल के रिटेलरों ने कंपनी के उन उपभोक्ताओं के एयरटेल बैंक में भी खाते खोल दिए जो कि अपने सिम का वैरिफिकेशन आधार के जरिए करवाने आए थे। इस बारे में ग्राहकों को पता तक नहीं चलता है।

उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक ने बैंक के दस्तावेजाें की जांच करने के बाद जुर्माना भी लगाया है। उसने पाया कि एयरटेल ने मोबाइल अपने ग्राहकों की ओर से बिना किसी स्पष्ट रजामंदी के लोगों के खाते खोले गए थे।