हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

मचान और 3 G कटिंग विधि से करें सब्जियों की खेती

दोगुना मुनाफा होगा

 

बेल वाली सब्जियों को मचान विधि से उगाकर किसान अच्छी उपज पा सकते हैं.

इस तकनीक से खेती करने के लिए किसानों को बांस या तार का जाल बनाकर सब्जियों की बेल को जमीन से ऊपर पहुंचाया जाता है.

इस विधि में सब्जियों की उपज बढ़ जाती है और मुनाफा भी बढ़ जाता है.

 

खेती-किसानी में नए-नए इनोवेशन और नई-नई तकनीकें आ चुकी हैं.

कई राज्यों में इनका उपयोग कर किसान अपनी आय भी बढ़ा रहे हैं.

मचान विधि द्वारा सब्जियों की खेती कर ग्रामीण क्षेत्रों में किसान ठीक-ठाक मुनाफा हासिल कर रहे हैं.

 

ऐसे की जाती है मचान विधि से सब्जियों की खेती

बता दें कि बेल वाली सब्जियों को मचान विधि से उगाकर किसान अच्छी उपज पा सकते हैं.

इस तकनीक से खेती करने के लिए किसानों को बांस या तार का जाल बनाकर सब्जियों की बेल को जमीन से ऊपर पहुंचाया जाता है.

इस तरीके से  करेला, लौकी, खीरा, सेम जैसी फसलों की खेती की जा सकती है.

 

मचान विधि से खेती के ये हैं लाभ

  • बरसात के मौसम में मचान की खेती फसल को खराब होने से बचाती है. 
  • रोग और बीमारियां लगने की संभावनाएं कम हो जाती हैं. 
  • फसल में यदि कोई रोग लगता है तो दवा छिड़कने में भी आसानी होती है.
  • फल दिखने में बहुत आकर्षक और स्वस्थ रहता है.
  • इस वजह से बाजार में इनकी कीमत अच्छी बनी रहती है.
  • इन सबके अलावा उपज भी अन्य विधि से सब्जियों की खेती करने के मुकाबले ज्यादा रहती है.

 

3 G कटिंग क्या है

इसमे हम मुख्य शाखा में 20-25 पत्ती आने पर उसके टॉप भाग को हटा देते है.

इसमें से दो शाखाएं निकलती हैं. उनमें भी 20-25 पत्ती आने पर उसको काट देते है.

इसमें और भी शाखाएं निकलती हैं. इन सभी शाखाओं से फल निकलते हैं. बता दें कि यही शाखाएं 3G शाखा कहलाती हैं.

 

बढ़ेगा मुनाफा

किसान अगर 3 G कटिंग विधि से खेती करते हैं तो उन्हें बढ़िया परिणाम दिखेंगे. 

मुख्य शाखा में अक्सर नर पुष्प आते है और सेकेंड्री ब्रांच में अक्सर मादा पुष्प आते है.

इससे फलों की संख्या में इजाफा होता है. इसका साफ मतलब है कि किसानों की उपज बढ़ेगी और साथ में मुनाफा भी दोगुना हो जाएगा.

यह भी पढ़े : गन्ने की ये 3 किस्में रोग व कीट प्रतिरोधी हैं, जिनसे मिलेगा बंपर उत्पादन

 

यह भी पढ़े : खेत के चारों तरफ घूमकर किसान मिनटों में नाप सकते हैं अपनी जमीन

 

शेयर करे