जानिए क्या है इसके पीछे का कारण
प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को 21वीं किस्त के तहत 18,000 करोड़ रुपये की सहायता दी है। पात्र किसानों को 6,000 रुपये सालाना मिलते हैं, जो तीन किस्तों में बैंक खातों में भेजे जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोयंबटूर से देश भर के किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी की।
पीएम मोदी ने कोयंबटूर से देश भर के नौ करोड़ किसानों को सहायता देने के लिए पीएम-किसान की 21वीं किस्त के तहत 18,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की।
यह योजना हर पात्र किसान परिवार को साल में 6,000 रुपये देती है। यह रकम किसानों के आधार-लिंक्ड बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए तीन किस्तों में भेजी जाती है।
हर किस्त 2,000 रुपये की होती है। यह केंद्रीय योजना 24 फरवरी 2019 को शुरू की गई थी।
प्रधानमंत्री ने 20वीं किस्त 2 अगस्त को जारी की थी। अब तक सरकार देशभर के 11 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 3.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि भेज चुकी है।
अधिकारियों के अनुसार, यह धनराशि किसानों की खेती से जुड़ी जरूरतों और घर के खर्च जैसे शिक्षा, इलाज और शादी आदि को पूरा करने में मदद कर रही है।
पात्रता और e-KYC नियम
PM-Kisan का लाभ उन्हीं किसानों को मिलता है जिनकी भूमि का रिकॉर्ड PM-Kisan पोर्टल पर अपडेट है और जिनका बैंक खाता आधार से लिंक है।
केंद्र सरकार ने दोहराया है कि किस्त पाने के लिए e-KYC पूरा करना जरूरी है।
इससे फर्जी लाभार्थियों पर रोक लगती है और पैसा सही किसानों तक पहुंचता है।
2025 चक्र के लिए किसानों को e-KYC पूरा करना होगा, आधार-लिंक्ड बैंक खाता अपडेट रखना होगा और जमीन से जुड़ी सही जानकारी पोर्टल पर दर्ज करनी होगी।
लाभार्थी स्थिति कैसे जांचें?
किसान अपने भुगतान या आवेदन की स्थिति ‘Beneficiary Status’ फीचर से देख सकते हैं। इसके लिए:
- PM-Kisan की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
- ‘Beneficiary Status’ पेज खोलें
- अपना आधार नंबर या बैंक खाता नंबर दर्ज करें
- ‘Get Data’ पर क्लिक करें और किस्त की जानकारी देखें
जो किसान नए हैं और अभी पंजीकरण नहीं किया है, वे ‘New Farmer Registration’ विकल्प के जरिए आधार, बैंक खाता और जमीन की जानकारी दर्ज करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
भुगतान नहीं मिला?
अगर आपका भुगतान बैंक खाते में नहीं आया है, तो इसकी वजह e-KYC पूरा न होना या आधार/बैंक जानकारी में गलती हो सकती है।
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे सुनिश्चित करें कि उनका बैंक खाता आधार से लिंक हो और पंजीकरण के दौरान दी गई सारी जानकारी सही हो।
ये विवरण pmkisan.gov.in पर जाकर जांचे और सुधारे जा सकते हैं।
