स्वीट कॉर्न मक्के की फसल 70 से 90 दिनों में तैयार हो जाती है, साथ ही इसके अच्छे भाव मिलने से किसानों को ज्यादा मुनाफा भी मिल रहा है।
खरगोन जिले के किसानों को स्वीट कॉर्न मक्के की खेती से प्रति एकड़ लगभग 01 लाख 25 हजार रुपये का शुद्ध मुनाफा प्राप्त हुआ है।
किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को परंपरागत फसलों की खेती को छोड़ नई फसलों के उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है।
इसमें किसानों के लिए स्वीट कॉर्न मक्का एक अच्छे विकल्प के रूप में सामने आया है।
जहाँ इसकी खेती कम समय में हो जाती है वहीं इसके दाम अच्छे मिलने से किसानों को मुनाफा भी ज्यादा हो रहा है।
ऐसे ही खरगोन जिले के गोगांवा विकासखंड के गांव बैजापुर के किसानों ने स्वीट कॉर्न मक्का की खेती कर कम समय में अधिक मुनाफा कमाया है और क्षेत्र के अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गये है।
इन किसानों की सफलता को देखकर जिले के अन्य किसान भी स्वीट कॉर्न मक्का की खेती करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।
बैजापुर गांव के किसान जयराम चौहान ने कृषि विभाग की सलाह पर परंपरागत तारीक से मक्के की छोड़ इस साल रबी सीजन में अपने 07 एकड़ खेत में स्वीट कार्न मक्का की फसल लगाई थी। उनके खेत में मक्का की यह फसल पक कर तैयार हो गई है।
जयराम ने अपने खेत में स्वीट कॉर्न मक्का की बुआई ड्रिप के साथ फर्टिगेशन पद्धति से की थी।
इस पद्धति से एक एकड़ खेत में 1600 पौधे लगाये गये थे। इस प्रकार जयराम ने पूरे 07 एकड़ खेत में स्वीट कार्न मक्का की बुआई ड्रिप एवं फर्टिगेशन पद्धति से की थी।
किसान ने प्रति एकड़ की इतनी कमाई
स्वीट कार्न मक्का की फसल पकने पर जयराम के खेत में प्रति पौधे बड़े आकार के 2-2 भुट्टे निकलें। जिसमें प्रत्येक भुट्टे का वजन 700 ग्राम से 01 किलोग्राम तक है।
व्यापारी द्वारा 06 से 09 रुपये प्रति भुट्टा की दर से जयराम के खेत का स्वीट कॉर्न मक्का खरीदा गया है।
इस प्रकार किसान जयराम ने प्रति एकड़ 01 लाख 90 हजार रुपये का स्वीट कार्न मक्का बेचा है। जिसमें उसे 01 लाख 25 हजार रुपये का शुद्ध मुनाफा प्राप्त हुआ है।
इसी प्रकार ग्राम बैजापुर के किसान संतोष चौहान एवं मोहन सिसोदिया ने भी नवीनतम तकनीक का उपयोग कर अपने खेतों में स्वीट कार्न मक्का की फसल का उत्पादन किया है और उन्हें भी कम समय में अच्छा खासा मुनाफा हुआ है।
90 दिनों में तैयार हो जाती है स्वीट कॉर्न की फसल
कृषि विभाग के उप संचालक एस.एस. राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल 03 लाख 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में रबी फसलों की बोनी की गई है। जिसमें मुख्यतः गेहूं, चना एवं मक्का फसलें है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष चना एवं मक्का फसल के क्षेत्रफल में वृद्धि हुई है। विशेषकर कृषकों द्वारा स्वीट कॉर्न मक्का लगभग एक हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लगाया गया है।
स्वीट कार्न मक्का की यह फसल 75 से 90 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। जिले के कृषकों द्वारा आगामी वर्षों में स्वीट कॉर्न मक्का का रकबा बढ़ाने के लिए प्रयास प्रारंभ कर दिये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि स्वीट कार्न मक्का पौष्टिकता, स्वाद एवं मिठास के कारण बहुत लोकप्रिय है और बाजार में साधारण मक्के की तुलना में अधिक दाम में बिकता है।
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