किसान केवल 15 प्रतिशत राशि देकर ही करा सकते हैं पशुओं का बीमा

देश में पशुओं के बीमा के लिए राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) योजना के अंतर्गत पशुधन बीमा योजना चलाई जा रही है।

सरकार ने पशु बीमा के लिए प्रीमियम का लाभार्थी हिस्सा 20 से 50 प्रतिशत से घटाकर अब 15 प्रतिशत कर दिया है।

पशुपालन क्षेत्र में जोखिम कम करने के लिए पशुओं का बीमा कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा देशभर में राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत पशुधन बीमा योजना चलाई जा रही है।

राज्यों और बीमा कंपनियों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 में कुल 21.01 लाख पशुओं का बीमा किया गया है।

यह जानकारी मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री प्रो.एस.पी.सिंह बघेल के द्वारा लोकसभा में दी गई।

उन्होंने बताया कि 19वीं पशुधन संगणना के अनुसार देश में 10.08 करोड़ परिवार ऐसे हैं जिनके पास पशुधन या पोल्ट्री है।

दरअसल लोकसभा में 25 मार्च 2025 के दिन पशुधन बीमा योजना को लेकर सांसद कीर्ति आजाद द्वारा सवाल किया गया था।

जिसका जवाब देते हुए पशुपालन राज्य मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) योजना के तहत पशुधन बीमा कार्यकलाप मांग के आधार पर संचालित होता है।

विभाग राज्यों को पशुधन बीमा योजना के प्रस्ताव भेजने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है ताकि अधिक पशुधन को सम्मिलित किया जा सके।

 

पशु बीमा के लिए कितनी राशि देनी होती है?

पशुपालन मंत्री ने लोकसभा में जानकारी देते हुए बताया कि पशुधन बीमा को बढ़ावा देने के लिए सभी श्रेणियों और क्षेत्रों के लिए प्रीमियम का लाभार्थी हिस्सा मौजूदा 20-50 प्रतिशत के बजाय 15 प्रतिशत कर दिया गया है।

यानि की अब पशुपालक केवल 15 प्रतिशत राशि देकर ही अपने पशु का बीमा करा सकते हैं। शेष राशि केंद्र एवं राज्य सरकारों के द्वारा दी जाती है।

वहीं पर्वतीय और उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए 90 प्रतिशत राशि का वहन केंद्र सरकार द्वारा एवं 10 प्रतिशत राशि का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाता है।

वहीं अन्य सामान्य राज्यों में केंद्र सरकार द्वारा 60 प्रतिशत एवं राज्य सरकारों द्वारा 40 प्रतिशत राशि दी जाती है। वहीं संघ राज्य क्षेत्रों के लिए 100 प्रतिशत केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाता है।

इसके अलावा पशुपालन विभाग पशुओं को बीमा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए संगोष्ठी और शिविर, प्रचार, वीडियो कॉन्फ्रेस जैसे व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।

पशुपालन और डेयरी विभाग राज्य सरकारों को जागरूकता पैदा करने में सहायता प्रदान कर रहा है।

राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) योजना के तहत जागरूकता और प्रचार के लिए राज्यों को 100 प्रतिशत केंद्रीय सहायता प्रदान की जाती है।

इसके अलावा क्षेत्रीय समीक्षा बैठकों के दौरान राज्यों को बीमा कवरेज बढ़ाने के निर्देश भी दिए जाते हैं।

इसके अतिरिक्त विभाग पशुधन बीमा कार्यक्रम के पारदर्शी और कुशल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित ऑनलाइन पोर्टल तैयार कर रहा है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना: 2595 करोड़ रुपए से, किसानों को जल्द मिलेगा मुआवजा

WhatsApp Group Join Now

Leave a Comment