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बागवानी कलस्‍टर विकास से किसानों को होगा फायदा

केंद्रीय कृषि मंत्री ने ली बैठक

नई दिल्ली : केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने बागवानी क्लस्टर विकास कार्यक्रम (सीडीपी) तैयार किया है, जिसके समुचित क्रियान्वयन के लिए कृषि मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।

बैठक में राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी ने वर्चुअल भाग लिया। बैठक में श्री तोमर ने अधिकारियों से कहा कि देश में बागवानी के समग्र विकास पर कलस्‍टर विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन की मदद से ध्यान केंद्रित किया जाएगा व इस बात पर जोर दिया जाएगा कि किसान इस कार्यक्रम से लाभान्वित हों।

उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, मिजोरम, झारखंड, उत्तराखंड आदि राज्यों को भी उनकी केंद्रित/मुख्य फसल के साथ चिन्हित किए गए 55 कलस्‍टरों की सूची में शामिल किया जाना चाहिए।

राज्य मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम के तहत छोटे व सीमांत किसानों को लाभ पहुंचाने, खेतों में लागू की जाने वाली गतिविधियों का पता लगाने, निगरानी उद्देश्य के लिए बुनियादी ढांचे की जियो टैगिंग Geo Tagging आदि की जरूरत है।

बैठक में बताया गया कि क्लस्टर विकास कार्यक्रम में बागवानी उत्पादों की कुशल और समय पर निकासी तथा परिवहन के लिए मल्टीमॉडल परिवहन के उपयोग के साथ समग्र बागवानी पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने की एक बड़ी क्षमता है।

सीडीपी से लगभग 10 लाख किसानों और मूल्य श्रृंखला के संबंधित हितधारकों को लाभ होगा।

सीडीपी का लक्ष्य लक्षित फसलों के निर्यातों में लगभग 20% का सुधार करना तथा क्लस्टर फसलों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए क्लस्टर-विशिष्ट ब्रांड बनाना है।

सीडीपी के माध्यम से बागवानी क्षेत्र में काफी निवेश भी आ सकेगा।

 

किसी भी योजना में किसानों का हित सर्वोपरि होना चाहिए- श्री तोमर

बैठक के दौरान क्लस्टरवार 12 ब्रोशर, जिनमें केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर द्वारा शुभारंभ की गई प्रासंगिक सरकारी योजनाओं/कार्यक्रमों के माध्यम से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के अवसरों का विवरण शामिल है और जिनमें केंद्रित फसल, संभावित मूल्य संवर्धन, निर्यात गंतव्यों के बारे में संक्षिप्त जानकारी शामिल है, का विमोचन किया गया।

केंद्रीय कृषि सचिव श्री मनोज अहूजा, संयुक्त सचिव श्री प्रिय रंजन, बागवानी आयुक्त श्री प्रभात कुमार सहित कृषि मंत्रालय और राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एनएचबी) के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

 

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