30 लाख सोलर सिंचाई पंप भी देगी राज्य सरकार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि किसानों को 5 रुपये में स्थायी बिजली कनेक्शन मिलेगा.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश केंद्रीय विद्युत वितरण कंपनी जल्द ही इस योजना को लागू करेगी.
मध्य प्रदेश में फसलों की सिंचाई के लिए पानी की दिक्कतों को दूर करने के लिए राज्य सरकार नदी जोड़ो परियोजना शुरू कर चुकी है.
अब राज्य सरकार किसानों को को परमानेंट बिजली कनेक्शन देने के लिए केवल 5 रुपये चार्ज लेगी.
जबकि, किसानों के लिए सिंचाई सुविधा और बेहतर करने के लिए राज्य सरकार की ओर से 30 लाख सोलर सिंचाई पंप किसानों को दिए जाएंगे.
5 रुपये में बिजली कनेक्शन मिलेगा
मध्य प्रदेश के भोपाल में किसान आभार सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि किसानों को 5 रुपये में स्थायी बिजली कनेक्शन मिलेगा.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश केंद्रीय विद्युत वितरण कंपनी जल्द ही इस योजना को लागू करेगी.
उन्होंने दावा किया कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब गांवों में उचित बुनियादी ढांचा, बिजली और सड़कें नहीं थीं, लेकिन भाजपा शासन में स्थिति में सुधार हुआ है.
हम किसानों का भला करना चाहते हैं – सीएम
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जिन किसानों के पास स्थायी बिजली कनेक्शन नहीं है, उन्हें 5 रुपये में यह सुविधा दी जाएगी.
हम किसानों का भला करना चाहते हैं और उनके जीवन को बेहतर बनाना चाहते हैं.
सस्ते में बिजली कनेक्शन योजना की घोषणा का लाभ राज्य के 81 लाख से अधिक किसानों को बड़ी राहत देगा.
किसानों को 30 लाख सौर सिंचाई पंप मिलेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की सिंचाई दिक्कतों को दूर करने के लिए राज्य सरकार किसानों को सोर पंप भी देगी.
सिंचाई के लिए सौर पंपों के जरिए किसानों को बिजली से जुड़ी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा.
उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में किसानों को 30 लाख सौर सिंचाई पंप दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से सौर ऊर्जा खरीदेगी.
नदी जोड़ो अभियान से लाखों किसानों की तकदीर बदलेगी
राज्य में सिंचाई और पेयजल संकट दूर करने के लिए नदी जोड़ो अभियान चलाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान के जरिए कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा.
उन्होंने कहा कि केन-बेतवा नदी लिंक, पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना से बुंदेलखंड और मालवांचल के किसानों के साथ ही अब ताप्ती नदी के माध्यम से निमाड़ क्षेत्र के किसान लाभान्वित होंगे.