केंद्रीय कृषि मंत्री से खास बातचीत
जलवायु परिवर्तन और बढ़ती आबादी की जरूरतों के साथ कृषि के क्षेत्र में नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। खेती की लाग लागत बढ़ रही है।
ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए कृषि मंत्रालय की तैयारी क्या है? इस बारे में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्रिका से खास बातचीत में कहा कि खेती-किसानी में बीज ही ज्यादा महत्त्वपूर्ण है।
यदि बीज अच्छे होंगे तो उपज भी बेहतर होगी। इसलिए राष्ट्रीय उच्च उपज बीज मिशन शुरू किया गया है।
विकसित कृषि संकल्प अभियान के लक्ष्य और समय सीमा क्या है?
अभियान का मुख्य उद्देश्य कृषि उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाना, किसानों की उत्पादन लागत कम करना, वैज्ञानिक तकनीकों-नवाचारों की जानकारी देना है।
अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक चलेगा। हर साल खरीफ एवं रबी दोनों फसलों की बुआई से पहले चलाया जाएगा।
अभियान के तहत 2,170 विशेषज्ञ टीमों द्वारा 65,000 से ज्यादा गांवों में किसानों से सीधा संवाद किया जाएगा। इससे वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीक सीधे खेतों तक पहुंचेगी।
पिछले दिनों में आप किसानों के बीच ज्यादा रहे। क्या वजह है?
कृषि मंत्री के रूप में कोशिश रहती है कि देश के हर हिस्से में जाकर, हर राज्य में जाकर किसानों से सीधी बात करूं। समस्याएं समझें।
इसलिए कृषि उत्पादन बढ़ाने, लागत घटाने, लाभप्रद बनाने के लिए उनसे चर्चा करके योजना बनती है तो बहुत बेहतर होता है। उसके परिणाम बहुत अच्छे आते हैं।
प्राकृतिक खेती मिशन को बढ़ाने क्या खास रणनीति बनाई है?
राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन का उद्देश्य रसायनमुक्त, जलवायु-स्मार्ट, टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना है। क्लस्टर बनाकर प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा।
पशुधन आधारित खेती, विविध फसल प्रणाली, जैव-इनपुट संसाधन केंद्रों की स्थापना पर बल दिया गया है।
आप ग्राउंड में गए, तब किस तरह की चुनौतियां सामने आईं?
देखिए, विकसित भारत के लिए ‘विकसित खेती और किसान हमारा’ मंत्र है।
हमारी रणनीति उत्पादन बढ़ाना और लागत घटाना, उत्पादन के ठीक दाम देना, नुकसान की भरपाई करना, कृषि का विविधिकरण, प्राकृतिक खेती और धरती आने वाली पीढ़ी के लिए भी सुरक्षित रहे। यह हमारा रोडमैप है।
कृषि मंत्रालय ने किसानों तक उन्नत बीज पहुंचाने के लिए क्या नई पहल की है?
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने उच्च उपज, कीट-प्रतिरोधी और जलवायु-लचीले बीजों के प्रचार के लिए ‘राष्ट्रीय उच्च उपज बीज मिशन’ शुरू किया है। बीज वितरण प्रक्रिया पारदर्शी, डिजिटल बनाया गया है।
मैंने शुरुआत से जोर देकर कहा है कि खेती-किसानी में बीज ही महत्त्वपूर्ण है। बीज अच्छे होंगे तो उपज भी बेहतर होगी, इसलिए किसानों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण बीज मिले, इस लक्ष्य केस साथ काम कर रहे हैं।
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source : patrika