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मोबाइल सोलर प्लांट से हो रही फसल की सिंचाई

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कमाल के मशीन को बनाने में हरजिंदर सिंह का हाथ है.

उन्होंने इस मशीन पर सोलर पैनल लगा कर इसे पोर्टेबल बना दिया है. इस पूरे मशीन पर 24 सोलर पैनल लगे हैं.

 

किसान का जुगाड़ देख सब हैरान हो गए

भारत में किसान अब आधुनिक मशीनों की सहायता से खेती करने लगे हैं.

इनमें कई किसान ऐसे हैं जो खेती के लिए आधुनिक मशीने विदेश से मंगाते हैं तो वहीं कई ऐसे किसान भी हैं जो जुगाड़ से ऐसी आधुनिक मशीने बना लेते हैं जिनके बारे में बड़े बड़े इंजीनियर नहीं सोच पाते.

तो चलिए आज आपको एक ऐसी ही मशीन के बारे में बताते हैं जिसकी मदद से आप जहां चाहें वहां अपने खेत की सिंचाई कर सकते हैं.

 

क्या है ये मोबाइल सोलर प्लांट?

मोबाइल सोलर प्लांट एक मशीन है जिसकी मदद से किसान अपने उन खेतों की भी सिंचाई आराम से कर सकते हैं जो पानी की पहुंच से दूर हैं.

या फिर जहां ट्यूबवेल की सुविधा नहीं है. इस मशीन को चलाने के लिए अलग से बिजली की जरूरत नहीं पड़ती,

क्योंकि इस मशीन में सोलर पैनल लगे होते हैं जो सूरज की रौशनी से बिजली पैदा करते हैं जिससे ये मशीन चलती है.

 

किस किसान ने किया ये कमाल

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कमाल के मशीन को बनाने में हरजिंदर सिंह का हाथ है.

उन्होंने इस मशीन पर सोलर पैनल लगा कर इसे पोर्टेबल बना दिया है. इस पूरे मशीन पर 24 सोलर पैनल लगे हैं.

सबसे बड़ी बात कि इस मशीन को ट्रैक्टर के सहारे कहीं भी ले जाया जा सकता है.

इस मशीन को सेट करने में महज कुछ मिनट का समय लगता है और ये सिंचाई के लिए तैयार हो जाती है.

इस मशीन के जरिए किसान दो हजार से पांच हजार लीटर पानी तक की सिंचाई बड़े आराम से कर सकते हैं.

 

जर्मनी में भी किसान ऐसा कर रहे हैं

ऐसा नहीं है कि इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ भारत के किसान कर रहे हैं.

जर्मनी में भी फलों की खेती करने वाले किसान इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं.

सोलर पैनल की मदद से किसान ना सिर्फ खेतों में सिंचाई कर रहे हैं, बल्कि पूरे फार्म के लिए वो इन्हीं सोलर पैनलों से बिजली भी बना रहे हैं.

धीरे-धीरे दुनियाभर के किसान इस तरफ कदम बढ़ा रहे हैं और नई नई तकनीक की मदद से अपनी खेती को बेहतर कर रहे हैं.

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