यूट्यूब से सीखी ड्रैगन फ्रूट की खेती, दो साल में कमाए 7 लाख रूपये

बदला ट्रेंडः ड्रैगन फ्रूट ने बदली तकदीर,

इस साल एक हेक्टेयर में और लगाएंगे

ब्यावरा. जिले के किसान अब परंपरागत खेती से निकलकर उन्नत और लाभकारी खेती की ओर बढ़ रहे है। साथ ही अब युवा भी खेती में अपना भविष्य तलाश रहे है। ऐसे ही एक किसान हैं, नरसिंहगढ़ के पिपल्या बाग के 25 वर्षीय मधुसूदन दांगी।

जिन्होंने मास्टर ऑफ आर्ट्स से पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी की, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर कुछ नया करने की सोची और यूट्यूब से सीख तकनीक के साथ ड्रॅगन फ्रूट की खेती शुरू की है।

जिससे अब लाखों रुपए का मुनाफा हर साल कमा रहे है। दो साल में करीब सात लाख रुपए कमा चुके हैं। अब हर साल न के बराबर लागत में लाखों की कमाई होगी।

एक बार चार लाख की लागत, अब 18 साल तक हर साल 4-5 लाख का मुनाफाः किसान ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खास बात यह है कि यह एक बार लगाया गया पौधा लगातार 18 साल तक उत्पादन देता है। यदि देखरेख हो तो अधिक समय तक भी उत्पादन मिल सकता है।

हैदराबाद से करीब एक लाख के पौधे मंगवाए, इसके अलावा पौधों के सहारे के लिए पोल सहित कुल खर्च करीब चार लाख रुपए आए थे।

वहीं इस बार 18 महीने में पहली बार फल आए थे, करीब 1300 किलो उत्पादन हुआ। जिससे तीन लाख रुपए की कमाई हुई है।

इस सीजन भी करीब चार लाख की कमाई होगी। शुरुआत में उत्पादन कम होता है।

अब लागत सालभर में करीब 20-25 हजार रहेगी। वही हर साल 3000 किलो तक उत्पादन पहुंचेगा।

 

रसायनों की जगह प्राकृतिक तरीके से कर रहे खेती

किसान मधुसूदन रासायनिक खेती छोड़ प्राकृतिक खेती कर रहे है, जिसमें आधुनिक तकनीक का भी बेहतर उपयोग कर रहे है।

करीब 0.5 हेक्टेयर भूमि पर ड्रीप सिस्टम लगवा रखा है। इसी से सिंचाई होती है। किसान चार से पांच दिन केवल आधे घंटे मोटर चलाकर पौधों को पानी दे देता है।

साथ ही खेती में रसायनों की जगह खरपतवार के लिए दवाई की जगह निंदाई करवाते हैं। फंगस की समस्या के लिए ट्राइकोडर्मा और नेचुरल तरीके से घोल बनवाकर छिड़काव करते हैं।

पढ़ाई पूरी होने के नौकरी नहीं मिल रही थी। कोविड के खाली समय में कुछ नया करने की योजना बनाई। 2023 में यूट्यूब से देख ड्रैगन फूट लगाए, परंपरागत खेती की तुलना में न के बराबर मेहनत में कई गुना तक लाभ मिल रहा है। – मधुसुदन दांगी, किसान

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