इंदौर में 20 जून तक आगमन के आसार
मध्य प्रदेश में प्री-मानसून की बारिश और आंधी का दौर जारी है। इस बीच, अरब सागर के उत्तरी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) बन गया है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह सिस्टम मानसून को गति देगा और अगले 36 घंटे में और मजबूत हो सकता है। इसके चलते मानसून की अगले 48 से 72 घंटे में केरल में एंट्री की प्रबल संभावना है।
भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आइसर) में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पंकज कुमार बताते हैं कि अरब सागर में बने लो प्रेशर से मानसून को करंट (ऊर्जा) मिलेगा।
लेकिन यही सिस्टम यदि आसपास की नमी खींच लेता है। तो मानसून की रफ्तार धीमी पड़ सकती है। ऐसे में वह केरल में कुछ दिन अटक सकता है।
हालांकि, मप्र में यह फिर भी समय से पहले प्रवेश कर सकता है। मंडला, बालाघाट के रास्ते यह 6 से 18 जून के बीच एंट्री कर सकता है।
आमतौर पर मप्र में मानसून 20 से 25 जून के बीच आता है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और सागर संभाग में यह 20 से 24 जून के बीच पहुंच सकता है।
पिछले साल मप्र में मानसून 21 जून, जबकि भोपाल में 23 जून को पहुंचा था।
प्रदेश में तीन दिन यलो-ऑरेंज अलर्ट
पिछले 24 घंटे में मप्र के सभी क्षेत्रों में एकसाथ प्री-मानसून बारिश दर्ज की गई। यह इस सीजन में पहली बार हुआ है जब पूरा प्रदेश भीगा।
मौसम विभाग ने शुक्रवार से प्री-मानसून गतिविधियों को देखते हुए प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। अगले तीन दिन तेज आंधी, बिजली और बारिश की संभावना है।
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