किसानों को अब कितना मिलेगा भाव
देशभर के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने रबी सीजन 2026-27 के लिए गेहूं सहित 6 प्रमुख रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी कर दी है
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) की बैठक में यह फैसला लिया गया।
सरकार का कहना है कि इस कदम से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित होगा और साथ ही फसल विविधीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।
MSP बढ़ने से किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम मिलेगा और खेती को लाभकारी बनाने में सहायता मिलेगी।
किसानों के लिए एमएसपी (MSP) में बढ़ोतरी क्यों जरूरी
केंद्र सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP में यह बढ़ोतरी 2018-19 के बजट में किए गए उस वादे के अनुरूप की है जिसमें कहा गया था कि किसानों को उनकी उपज पर कम से कम डेढ़ गुना उत्पादन लागत का मूल्य दिया जाएगा।
वर्तमान वृद्धि से गेहूं, सरसों, मसूर, चना, जौ और कुसुम जैसी प्रमुख रबी फसलों पर किसानों को लागत से अधिक लाभ मिलेगा।
सरकार का मानना है कि एमएसपी (MSP) में यह बढ़ोतरी न सिर्फ किसानों को बेहतर दाम दिलाएगी बल्कि खेती में विविधता को भी प्रोत्साहित करेगी।
इससे तिलहन और दलहन उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे आयात पर निर्भरता कम होगी और किसानों की आय बढ़ेगी।
क्या है न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)
न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) जिसे संक्षेप में MSP कहते हैं, सरकार की ओर से किसानों के लिए तय किया गया वह न्यूनतम मूल्य है, जिस पर वह किसानों से फसल की खरीद की जाती है।
एमएसपी तय होने से बाजार में कीमतों में भारी गिरावट होने पर किसानों को अपनी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलता है।
MSP तय करने का काम कृषि लागत और मूल्य आयोग (CACP) द्वारा किया जाता है। सरकार द्वारा निर्धारित एमएसपी पर ही पूरे देश में फसलों की खरीद की जाती है।
सरकार कैसे तय करती है फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य
सरकार के मुताबिक फसल की उत्पादन लागत में किराए पर लिए गए मानव श्रम, बैल श्रम/मशीन श्रम, पट्टे पर ली गई भूमि के लिए भुगतान किया गया किराया, बीज, उर्वरक, खाद जैसे सामग्री इनपुट के उपयोग पर किए गए व्यय, सिंचाई शुल्क, औजारों और कृषि भवनों पर मूल्यह्रास, कार्यशील पूंजी पर ब्याज, पंप सेटों के संचालन के लिए डीजल/बिजली आदि, विविध व्यय और पारिवारिक श्रम का अनुमानित मूल्य में आदि को शामिल किया जाता है और उसी के अनुसार फसलों का एमएसपी बढ़ाया जाता है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2026–27 (एक नजर में)
फसल | नया MSP (2026-27) ₹/क्विंटल | पुराना MSP (2025-26) ₹/क्विंटल | वृद्धि (₹) |
गेहूं | 2585 | 2425 | +160 |
जौ | 2150 | 1980 | +170 |
चना | 5875 | 5650 | +225 |
मसूर | 7000 | 6700 | +300 |
सरसों और रेपसीड | 6200 | 5950 | +250 |
कुसुम | 6540 | 5940 | +600 |