Electric Reaper से अब गेहूं की कटाई होगी और भी आसान, खर्च भी कम

सिर्फ 8 घंटे में काटेगी 8 एकड़ फसल

ई–रिपर मशीन एक इलेक्ट्रिक फसल कटाई यंत्र है जो कम खर्च में 8 घंटे तक लगातार काम करता है.

यह पर्यावरण अनुकूल मशीन छोटे किसानों के लिए किफायती किराए पर उपलब्ध है और खेती को आसान व लाभकारी बना रही है.

देश में जैसे–जैसे खेती किसानी आधुनिक होती जा रही है, वैसे–वैसे नए कृषि यंत्र और मशीनें किसानों की मेहनत को कम और मुनाफा बढ़ाने में मदद कर रही हैं. 

गेहूं की कटाई के इस मौसम में किसानों को ऐसी मशीन की आवश्यकता होती है जो कम समय और कम खर्च में ज्यादा क्षेत्रफल की फसल काट सके.

अब किसानों की इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए ई–रिपर मशीन को निर्मित किया गया है, यह एक कटाई के लिए अनोखा और किफायती समाधान है.

भोपाल की एक नवाचार आधारित कृषि यंत्र निर्माता कंपनी किसान मित्र ने इस मशीन को विकसित किया है.

खास बात यह है कि यह ई–रिपर बैटरी से चलती है, जिससे डीजल या पेट्रोल पर खर्च नहीं होता.

इस मशीन को खासतौर पर छोटे और मध्यम किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है.

 

क्या है ई–रिपर?

ई–रिपर एक अत्याधुनिक फसल कटाई मशीन है जो पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बैटरी से संचालित होती है.

किसान मित्र कंपनी ने इस मशीन को पर्यावरण अनुकूल, चलाने में आसान और हर मौसम व फसल के अनुकूल बनाने की दिशा में विशेष रूप से कार्य किया है.

र्तमान में यह मशीन किसानों को किफायती किराये पर उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे वे बिना बड़ी पूंजी लगाए इसका लाभ ले सकें.

 

ई–रिपर की खासियतें

  • इस मशीन की कई ऐसी विशेषताएं हैं जो इसे आम कटाई मशीनों से अलग बनाती हैं…
  • यह एक बार चार्ज करने पर लगातार 8 घंटे तक काम करती है.
  • एक घंटे में एक एकड़ तक फसल की कटाई की क्षमता रखती है.
  • बिना धुंआ और शून्य कार्बन उत्सर्जन की वजह से यह पर्यावरण के लिए अनुकूल है.
  • बैटरी को आसानी से बदला जा सकता है.
  • यह गेहूं, चना, धान जैसी प्रमुख फसलों की सटीक और समतल कटाई करती है.
  • मशीन की हल्की बनावट और मजबूत चेसिस इसे उबड़–खाबड़ रास्तों पर भी चलाने योग्य बनाते हैं.
  • छोटे ट्रॉली वाहन या ठेले पर इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है.

 

किसानों को किराए पर मिल रही सुविधा

ई–रिपर को फिलहाल किसानों को केवल 1000 रुपए प्रति एकड़ की दर पर किराये पर दिया जा रहा है.

इससे छोटे किसान भी आधुनिक तकनीक का लाभ ले पा रहे हैं, जो पहले उनके लिए केवल एक सपना था.

यह पहल खास तौर पर उन किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है जिनके पास अपनी खुद की कटाई मशीन नहीं है.

खबरों के अनुसार, कई किसान अब ई–रिपर के साथ बाइंडर की भी मांग कर रहे हैं, ताकि कटाई के साथ बंधाई का कार्य भी एक साथ हो सके.

 

भविष्य की योजनाएं

कंपनी आने वाले समय में इलेक्ट्रिक थ्रेशर, सोलर पंप और मिनी ट्रैक्टर जैसे उत्पादों पर काम कर रही है, जिससे किसानों को खेती के हर चरण में आधुनिक समाधान मिल सकें.

ई–रिपर को ICAR (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) और केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल से मान्यता भी प्राप्त है, जो इसके गुणवत्ता और नवाचार की पुष्टि करता है.

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