अगर पेड़ लगाकर अमीर होना चाहते है तो आज आपको एक ऐसी जानकारी देंगे कि पैसो की कमी नहीं होगी।
ड्राई फ्रूट सेहत के लिए लाभकारी होता है। इसकी कीमत अन्य चीजों से कहीं ज्यादा होती है।
जिसमें आज हम काजू की खेती की जानकारी लेकर है। ताकि किसानों इस मुनाफे वाली खेती की कमाई का अंदाजा हो।
तीन साल में एक हेक्टेयर से बरसने लगेंगे पैसे
बता दे कि काजू की खेती से किसानों को एक पेड़ से 24 हजार रु की कमाई हो जायेगी। तब चलिए बताते है यह कैसे होगा।
लेकिन उससे पहले हम जान लेते है कि काजू खेती कैसे होती, किन राज्यों में होती है।
काजू की खेती कहाँ कर सकते है
काजू के पेड़ों की खेती कई राज्यों के किसान कर सकते है।
जिसमें आंध्रप्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तामिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, गोवा, के साथ-साथ अब झारखंड और उत्तर प्रदेश में कर सकते है।
तीन साल में काजू के पेड़ तैयार हो जाते है। इसके पेड़ की लम्बाई 15 मीटर से थोड़ी अधिक भी जा सकती है।
इसके पेड़ सभी तरह की मिट्टी में लगा सकते है लेकिन लाल बलुई दोमट मिट्टी ज्यादा अच्छी होती है।
जहाँ का तापमान गर्म होता है वहां काजू का पौधा अच्छे से बढ़ता है। इसकी खेती 20 से 35 डिग्री के बीच के तापमान में बढ़िया होती है।
काजू फल के साथ इसके छिलके भी बेंच सकते है। इसके छिलकों से पेंट और लुब्रिकेंट्स बनते है। जिससे किसानों यहाँ पर भी मुनाफा है।
किसान अगर एक हेक्टेयर में काजू की खेती करते है तो करीब 500 पेड़ लग जाएंगे। चलिए जानें इससे फायदा कितना होगा।
काजू की खेती में कमाई
एक हेक्टेयर की जमीन से ही काजू की खेती करके किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते है। क्योकि एक पेड़ से ही 20 किलो तक काजू का उत्पादन होता है।
जिससे यहाँ पर एक हेक्टेयर से ही 10 टन के करीब काजू की पैदावार मिलती है।
इस तरह एक किलो काजू जब 1200 रु किलो जा रहा है तो आप दे सकते है एक पेड़ से कितना ज्यादा फायदा है।
लेकिन प्रोसेसिंग करने पर अधिक कमाई और उसमें खर्च भी आता है मगर फायदा भी है।
काजू के पेड़ से लंबे समय तक इस तरह का उत्पादन मिलेगा। जिससे बढ़िया आमदनी होगी।
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