मध्य प्रदेश के किसानों के लिए बड़ी खबर
मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है.
सरकार जल्द जल्द पेस्टिसाइड की कीमत तय करने जा रही है, दरअसल, पेस्टिसाइड की कीमत तय नहीं होने के कारण किसानों को मनमाने दाम पर इसे खरीदना पड़ा रहा था.
अब सरकार ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है.
मध्य प्रदेश में जल्द पेस्टिसाइड की कीमत तय की जाएगी. इसको लेकर कृषि मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
दरअसल पेस्टिसाइड के रेट तय नहीं होने के कारण किसानों को मनमाने दाम पर खरीदारी करना पड़ रही है. ऐसे में कृषि मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया है.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि….
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि पेस्टिसाइड की कीमत मार्कफेड तय करता है.
मैंने मार्कफेड के एमडी को निर्देशित किया है. इसके जल्दी टेंडर कराए जाएंगे.
पेस्टिसाइड पुराने रेट पर ही अभी मिल रहा है. इसलिए किसानों को कोई नुकसान नहीं है. नए रेट आएंगे तो बढ़ के आयेंगे.
पिछले 5 साल से पेस्टिसाइड के रेट तय नहीं होने के कारण एमपी में ‘खाद माफिया’ का दबदबा बताया जा रहा है.
सरकार सालों बाद भी पेस्टीसाइड की कीमत तय नहीं कर पाई है.
पांच साल बाद हाल ही में पेस्टीसाइड-केमिकल की दरें तय करने निकाला गया टेंडर 24 घंटे में निरस्त किया गया था.
खाद माफिया में कसेगी नकेल
फसलों में डालने वाली अलग–अलग तरह की कीटनाशक दवाओं के केमिकल का रेट तय नहीं होने के कारण खाद माफिया इन्हें मनमाने दामों पर किसानों को बेचते है.
सालों बाद भी कृषि विभाग इनके दामों को तय नहीं कर पाया है.
विभाग और नेताओं की शॉर्टकट की वजह से मध्य प्रदेश में खाद माफियाओं का दबदबा है.
किसान हितेषी सरकार किसानों के लिए सालों से अभी तक पेस्टिसाइड का रेट तय नहीं कर पाई है.
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