बीज संघ ने किया उच्च गुणवत्ता वाले हाइब्रिड बीजों का उत्पादन प्रारम्भ

बीज संघ ने किसानों की उत्पादकता और लाभप्रदता बढ़ाने के उद्देश्य से उच्च गुणवत्ता वाले हाइब्रिड बीजों का उत्पादन प्रारंभ कर दिया है।

इन बीजों से बेहतर पैदावार, रोग प्रतिरोधक क्षमता तथा गुणवत्तापूर्ण फसल प्राप्त होगी।

किसानों को नई उन्नत किस्मों के बीज उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा कई प्रयास किए जा रहे हैं।

इस कड़ी में मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने मंगलवार, 9 सितंबर को मंत्रालय में मध्य प्रदेश राज्य सहकारी बीज उत्पादक एवं विपणन संघ मर्यादित के संचालक मंडल की बैठक की।

बैठक में वर्ष 2025-26 के लिए संघ द्वारा तैयार की गई कार्य-योजना पर विस्तृत चर्चा की गई।

बैठक के दौरान प्रजनक बीज उठाव एवं वितरण, आधार एवं प्रमाणित बीज के उत्पादन और विपणन की वर्तमान स्थिति तथा आगामी लक्ष्यों की समीक्षा की गई।

सहकारिता मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों की वास्तविक मांग के अनुरूप बीजों का उत्पादन बढ़ाया जाए।

उन्होंने विशेष रूप से जोर दिया कि जिन बीजों एवं ब्रांड की अधिक मांग है, उनके उत्पादन एवं आपूर्ति पर प्राथमिकता के साथ कार्य किया जाए।

 

उच्च गुणवत्ता वाले हाइब्रिड बीज का उत्पादन हुआ प्रारंभ

सहकारिता मंत्री ने बैठक में कहा कि एमपी चीता ब्रांड को एक सशक्त मार्केटिंग रणनीति के साथ राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाए, जिससे यह किसानों के बीच एक भरोसेमंद और गुणवत्तापूर्ण ब्रांड के रूप में स्थापित हो सके।

उन्होंने कहा कि चिन्हित फसलों और बीजों पर फोकस करते हुए, हॉटिकल्चर (बागवानी) फसलों को भी बढ़ावा देने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।

बैठक में बताया गया कि बीज संघ ने किसानों की उत्पादकता और लाभ प्रदता बढ़ाने के उद्देश्य से उच्च गुणवत्ता वाले हाइब्रिड बीजों का उत्पादन प्रारंभ कर दिया है।

इन बीजों से बेहतर पैदावार, रोग प्रतिरोधक क्षमता तथा गुणवत्तापूर्ण फसल प्राप्त होगी। मंत्री सारंग ने इस पहल को कृषि क्षेत्र में बड़ा कदम बताते हुए इसे व्यापक स्तर पर प्रचारित करने के निर्देश दिए।

 

किसानों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण

बैठक में यह भी बताया गया कि बीज उत्पादन एवं गुणवत्ता सुधार के लिए किसानों और तकनीकी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

सहकारिता मंत्री ने निर्देश दिये है कि रिसर्च एवं डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान दिया जाए और इसके लिए आवश्यकतानुसार मैन पावर भी बढ़ाई जाए।

उन्होंने कहा कि बीज उत्पादन एवं गुणवत्ता संवर्धन के लिए एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया जाए, जिसमें विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्रों, अनुसंधान संस्थानों तथा कृषि विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाए।

इससे बीजों की ब्रांड वैल्यू और गुणवत्ता सुधार के नए आयाम जुड़ सकेंगे।

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