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खेतों के आसपास भी नहीं भटकेंगे आवारा पशु, करें यह उपाय

किसान बचाएं अपनी फसल

 

मेड़ किनारे तारबंदी करने के चलते कई जानवरों की मृत्यु भी हो जाती है. कई राज्यों में तारबंदी करने की भी मनाही है.

तारबंदी करने पर सजा भी दी जा सकती है.

ऐसे में हम आपको कई प्राकृतिक तरीके बताएंगे, जिसकी मदद से आप अपनी फसल को आवारा जानवरों से बचा पाएंगे.

 

अक्सर किसान शिकायत करते हैं उनकी फसलें जानवरों द्वारा खराब कर दी गईं. ऐसे में उनका आर्थिक तौर पर बेहद नुकसान हो जाता है.

कई जगह पर तारबंदी की जाती है. इसके चलते कई जानवरों की मृत्यु भी हो जाती है.

कई राज्यों में तारबंदी करने की भी मनाही है. ऐसा करने पर सजा भी दी जा सकती है.

तो इसके लिए हम आपको कुछ प्राकृतिक तरीके बताएंगे, जिनके जरिए फसल को जानवरों से बचाया जा सकता है.

 

स्प्रे

आज के समय में आवारा पशुओं की समस्या को हल करने के लिए बायो-लिक्विड स्प्रे बेहद मददगार साबित हो सकता है.

अवारा-छुट्टा पशु और जंगली जानवर खेतों के आस-पास भी नहीं आते हैं. 

इसे फसल में छिड़कने से कोई गलत प्रभाव नहीं पड़ता है.

बल्कि इसके इस्तेमाल से फसल से कीड़े- मकोड़े भी खत्म हो जाते हैं.

 

पुतला लगाकर

अक्सर आपने देखा होगा कि किसान फसलों के बीच में पुतले को लगाते हैं. ये किसान भाइयों का देशी जुगाड़ होता है. ऐसा करने से भी आवारा पशु खेत में नहीं घुसते हैं.

पशुओं को लगता है कि खेत में फसलों की सुरक्षा करने के लिए कोई खड़ा है, जिससे उसे खतरा है. इसलिए आवारा पशु खेत में नहीं आते हैं.

इसे लगाना किसानों को लिए बेहद किफायती है, क्योंकि किसान पुतले को अपने घर में खुद तैयार कर सकते हैं.

 

मेड़ के किनारे औषधीय फसलों को लगाएं

खेतों के मेड़ों के आसपास किसान औषधीय फसलों को लगा सकते हैं.

औषधीय फसलों को जानवर खाना पसंद नहीं करते हैं.

ऐसे में मेड़ों के किनारे औषधीय फसलों के लगाने से किसानों का मुनाफा बढ़ने लगेगा और फसल सुरक्षित रहेगी.

इसके साथ ही एरोमा मिशन के तहत भारत के निर्यात में भी वृद्धि कर सकेंगे.

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