गाय, भैंस पालन करने वाले को मिलेगा 5 लाख रुपये तक का पुरस्कार

देश में हर साल पशुपालन क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले पशुपालकों को सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाता है ताकि अन्य पशुपालक किसान भी उनसे प्रेरणा ले सके। इसके लिए सरकार द्वारा राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जाता है।

सरकार ने वर्ष 2024 के लिए राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार की घोषणा कर दी है। योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया 15 जुलाई 2024 से शुरू होगी।

योजना के तहत गाय और भैंस पालने वाले पशुपालक सहित अन्य श्रेणियों के लोग आवेदन कर सकते हैं।

 

गोपाल रत्न पुरस्कार: 15 जुलाई से होंगे आवेदन

पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के मुताबिक भारत की स्वदेशी गोजातीय नस्लें सशक्त हैं और उनमें राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आनुवंशिक क्षमता भी है।

वैज्ञानिक तरीके से स्वदेशी गोजातीय नस्लों के संरक्षण और विकास के उद्देश्य से दिसंबर 2014 में “राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम)” शुरू किया गया था।

जिसके तहत हर साल पशुपालन और डेयरी क्षेत्र में श्रेष्ठ काम करने वालों को सम्मानित किया जाता है।

 

तीन श्रेणियों में दिया जाएगा गोपाल रत्न पुरस्कार

राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत वर्ष 2021 से दूध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों/एमपीसी/एफपीओ और कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों (एआईटी) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

इस साल भी राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों के लिए है:

  1. स्वदेशी गाय/भैंस नस्ल का पालन करने वाला सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान,
  2. सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति (डीसीएस)/दूध उत्पादक कंपनी,
  3. सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी),

इस वर्ष से पशुपालन और डेयरी विभाग ने उत्तर पूर्वी क्षेत्र (NER) राज्यों के लिए एक विशेष पुरस्कार शामिल किया है ताकि उत्तर पूर्वी क्षेत्र (NER) में डेयरी विकास गतिविधियों को प्रोत्साहित और बढ़ावा दिया जा सके।

 

कितना पुरस्कार मिलेगा?

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 के तहत प्रत्येक श्रेणी में उत्तर पूर्वी क्षेत्र (NER) राज्यों के लिए प्रथम, द्वितीय, तृतीय और एक विशेष पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

एनजीआरए 2024 में पहली दो श्रेणियों यानी सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ डीसीएस/एफपीओ/एमपीसी में योग्यता प्रमाणपत्र, एक स्मृति चिन्ह और मौद्रिक पुरस्कार शामिल होंगे:

  1. प्रथम पुरस्कार- 5,00,000 रुपये,
  2. द्वितीय पुरस्कार- 3,00,000 रुपये,
  3. तृतीय पुरस्कार- 2,00,000 रुपये,
  4. उत्तर पूर्वी क्षेत्र के लिए विशेष पुरस्कार- 2,00,000 रुपये।

इसमें सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी के मामले में, राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार-2024 में केवल योग्यता प्रमाण पत्र और एक स्मृति चिन्ह शामिल होगा।

कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी में कोई नकद पुरस्कार प्रदान नहीं दिया जाएगा।

 

राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए आवेदन कहाँ करें?

साल 2024 में गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए आवेदन 15 जुलाई 2024 से शुरू किए जाएँगे।

इच्छुक व्यक्ति यह आवेदन राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल यानी awards.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।

आवेदन करने की अंतिम तिथि विभाग द्वारा 31 अगस्त 2024 रखी गई है। पुरस्कार राष्ट्रीय दुग्ध दिवस यानि कि 26 नवंबर, 2024 के अवसर पर प्रदान किए जाएंगे।

पात्रता और ऑनलाइन आवेदन करने से संबंधित दिशानिर्देशों के बारे में अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट awards.gov.in या dahd.nic.in देखी जा सकती है।

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