कब से शुरू होगी समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद

देश के कई राज्यों में गेहूं फसल की कटाई के साथ ही सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर खरीदी शुरू की जा चुकी है।

इस क्रम में मध्यप्रदेश सरकार ने भी राज्य में किसानों से गेहूं की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है।

मध्य प्रदेश में अलग-अलग संभागों के जिलों में अलग-अलग दिनों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद शुरू की जाएगी।

इसके लिए किसानों की पंजीयन प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।

 

गेहूं की खरीद

बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने इस वर्ष राज्य के किसानों को गेहूं खरीद पर बोनस देने का फैसला लिया है।

मध्य प्रदेश सरकार इस वर्ष राज्य के किसानों को गेहूं की खरीद पर 125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बोनस देगी।

वही इस वर्ष केंद्र सरकार के द्वारा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि की एमएसपी 2275 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।

जिस पर किसानों को 125 रुपये बोनस मिलने से गेहूं का भाव प्रति क्विंटल 2400 रुपये मिलेगा।

 

कब से शुरू होगी समर्थन मूल्य MSP पर गेहूं की खरीद

मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपना गेहूं बेचने के लिए राज्य के लगभग 15 लाख से अधिक किसानों ने पंजीकरण करा लिया है।

मध्य प्रदेश सरकार इस वर्ष किसानों से लगभग 100 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदेगी।

इसके लिए सरकार ने तारीखों का ऐलान कर दिया है।

किसान खरीद केंद्र पर अपनी उपज ले जाने से पहले स्लॉट अवश्य बुक कर लें।

  • कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक उज्जैन, खंडवा एवं खरगोन जिले के कुछ उपार्जन केंद्रों पर गेहूं की खरीद 15 मार्च से,
  • नर्मदापुरम जिले के कुछ उपार्जन केंद्र पर 18 मार्च से एवं
  • इंदौर, उज्जैन, भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग के शेष उपार्जन केंद्रों पर 20 मार्च 2024 से 07 मई 2024 तक गेहूं की खरीद की जाएगी।
  • वहीं जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर एवं चम्बल संभाग में 29 मार्च 2024 से 15 मई 2024 तक गेहूं की खरीद की जाएगी।

 

किसानो के लिए जरुरी सलाह

किसानों को प्रशासन की ओर से सलाह दी गई है कि वह स्लॉट बुक करके ही उपार्जन केंद्र पहुंचे और एफएक्यू (FAQ) का खास तौर पर ध्यान रखें।

गेहूं की तुलाई करवाकर, पावती प्राप्त कर, गेहूं को बोरों में भरने के बाद टैग लगाने की पुष्टि करने के उपरांत ही उपार्जन केन्द्र से जाएं।

उपार्जन केन्द्र प्रभारी के भरोसे गेहूं छोड़कर कदापि न जाएं।

साथ ही किसानों के लिए गेहूं उपार्जन केन्द्र पर पंखा, छन्ना, ग्रेडिंग मशीन और मॉइस्चर मीटर की व्यवस्था की गई है।

गेहूं बेचने में आने वाली समस्याओं के लिए किसान सीएम हेल्प लाइन नंबर 181 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

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